उज्जैन : उज्जैन में कल बाबा महाकाल की अंतिम शाही सवारी निकलेगी। जिसको लेकर समिति द्वारा तैयारी भी शुरू कर दी गई है। यह सवारी शाम 4 बजे निकाली जाएगी। जिसमे बड़ी संख्या में भक्त शामिल होंगे और बाबा का आशीर्वाद लेंगे। इतना ही नहीं बाबा की सवारी में भजन मंडलियों के साथ ही बेंड बाजे हाथी घोड़े शामिल होंगे। जिससे सवारी का शाही स्वरूप दिखाई देगा। इतना ही नहीं सवारी निकलने के पूर्व बेंड प्रस्तुतियों की रिहर्सल भी कलाकारों ने तेज कर दी है।
अद्भुत भजनों पर प्रस्तुतियां देंगे बेंड कलाकार
बाबा की आखिरी सवारी में बाहर से आये बेंड कलाकार भी प्रस्तुतियों की तैयारी कर रहे है। शहर के गणेश बेंड संचालक का परिवार पिछले 4 पीढ़ियों से भगवान श्री महाकाल की सवारी में निशुल्क सेवा देते आ रहे है। इस बार भी भगवान की सवारी में 101 बेंड कलाकारों के साथ ड्रेस कोड में सेवा देते हुए नजर आएंगे और पूरे सवारी मार्ग में भगवान शिव के अद्भुत भजनों पर प्रस्तुतियां देंगे।
इन मार्ग से निकलेगी शाही सवारी
बता दें कि इस बार बाबा की शाही सवारी 2 सितम्बर को उपरोक्त मार्ग के अलावा टंकी चौराहा से मिर्जा नईमबेग, तेलीवाड़ा चौराहा, कण्ठाल, सतीगेट, सराफा, छत्री चौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी।
इस साल भगवान की 7 सवारी निकाली
वैसे तो सावन माह में महाकाल बाबा की कभी 8 सवारी होती है, तो कभी 10 सवारी निकलती है, लेकिन इस साल भगवान की 7 सवारी निकाली जाएगी, जिसमें महाकाल अपने 7 अलग-अलग रूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। जिसमें भगवान उमा महेश, मन महेश, चंद्र मौलेश्वर, शिव ताडंव, सप्तधान, घटाटोप और होलकर स्वरूप में दर्शन दिए है। वही इस बार महाकाल के सभी रूपों का सहस्त्रनामावली में उल्लेख किया गया है।