जशपुर जिले के पत्थलगांव- रायगढ़ को जोड़ने वाली सड़क पर बने नंदनझरिया पुलिया जर्जर हो चुकी है। साथ ही जर्जर रोड से लोगों को परेशानी बढ़ी हुई है। दरअसल जशपुर- रायगढ़ मुख्य मार्ग स्थित नंदनझरिया में अंग्रेजों के जमाने में बने पुल के निचे इस्तेमाल की गई लकड़ी टूटकर गिरना शुरू हो गया है. इस्सेबपुल गिरने के कगार पर आ गई है.अगर समय रहते इन पुलिया का निरीक्षण नहीं किया गया तो आने वाले वक्त में यह पुल किसी हादसे को निमंत्रण दे सकती है.
जशपुर और रायगढ़ जिले को जोड़ने वाली मुख्य पुल :
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि यह पुल जशपुर और रायगढ़ जिले को जोड़ने वाली लाइफ लाइन पुल है. जो धरमजयगढ़ रियासत के तत्कालीन राजा धर्मजीत सिंह ने लकड़ी के इस्तेमाल कर पुलिया का निर्माण कराया था.लेकिन देखरेख का अभाव में वर्षो पुरानी पुलिया दम तोड़ रही है. ग्रामीणों ने बताया की इस सड़क में बने बड़े बड़े जानलेवा गड्ढे से चलना काफी जोखिम भरा हो गया है। बड़ी बड़ी वाहन गुजरने के वक्त इसमें कंपन भी होता है.
पिछले तीन दिनों में17 वाहन दुर्घटना:
इसी सड़क को सुधारने को लेकर SDM के बार-बार निर्देश के बाद भी यहां मुख्य सड़कों पर बदहाली यथावत बनी हुई है। पिछले तीन दिनों में यंहा 17 वाहन दुर्घटनाओं में 19 लोग घायल और एक मौत के बाद SDM ने PWD के अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाया है। SDM आकांक्षा त्रिपाठी का कहना है कि पत्थलगांव- बाकारुमा का जर्जर पुल कभी भी धराशाई हो जाने से पत्थलगांव बनारस, बिहार और रांची हाईवे पर आवागमन अवरूद्ध हो सकता है। यहां पर मुख्य सड़कों की बदहाली को लेकर स्थानीय नागरिकों में भी काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
दो PWD के SDO को किया गया तलब :
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का गृह क्षेत्र पत्थलगांव में मुख्य सड़कों की बदहाली की अनदेखी करने वाले दो PWD के SDO को एसडीएम ने दिया समन्स भेज कर तलब किया है। हालांकि, ठेकेदार नितीन विनायक ने बताया कि जल्द ही सड़क निर्माण शुरू कर दिया जाएगा. सड़क की चौड़ाई 7 मीटर डामरीकरण रोड बनाना है जो जून 2025 तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा. वही नंदनझरिया पुलिया का ड्रॉइंग डिजाइन बनाया जा रहा है। पुलिया निर्माण को लेकर एक साइड जगह मिला है । दूसरे साइड के लिए बात हो रही है जल्द पुलिया का निर्माण कराया जाएगा ।