भोपाल। राजधानी भोपाल में इनोवा कार से पकड़े गए 54 किलो गोल्ड और 11 करोड़ कैश मामले में एक डायरी के कुछ पन्ने सामने आए हैं, जो सोशल मीडिया पर भी वायरल है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ये पन्ने पूर्व परिवहन कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की डायरी के हैं। इसी डायरी के पन्नों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने जांच एजेंसियों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने रविवार को अपने निवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेस में आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के मामले में कई खुलासे किए। उन्होंने कहा कि इस केस की जांच तीन एजेंसियां कर रही हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
डायरी और सौरभ का पता लगाए एजेंसियां
पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा के यहां लोकायुक्त, आयकर विभाग और ईडी ने छापेमारी की थी, जिसमें 100 करोड़ रुपए की संपत्ति, 11 करोड़ रुपए कैश और 55 किलो सोना बरामद हुआ था। इस छापेमारी में इसी डायरी का जिक्र हुआ था, जिसे मैंने कई बार उठाया है। यह डायरी पब्लिक डोमेन में आनी चाहिए। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करता हूं कि इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाए। सौरभ शर्मा को सुरक्षा मिलनी चाहिए और ये पता लगाना चाहिए कि वह कहां है। जितनी देर करेंगे, डायरी और सौरभ शर्मा के वजूद पर सवाल उठते जाएंगे। मैं मानता हूं कि अगर सौरभ की हत्या हुई या कोई उसके साथ दुर्घटना हुई तो इसकी दोषी सरकार रहेगी।
पारदर्शी तरीके से जल्द जांच करने की मांग
पटवारी ने कहा कि डायरी में छह पेज सामने आए हैं, जिसमें बताया गया है कि पैसा कहां से आया और कहां गया। साथ ही यह भी सवाल उठाया कि बाकी के 60 पेज कहां हैं, क्योंकि पूरी डायरी 66 पन्नों की है। ये पैसा कहां जा रहा था, यह सवाल मध्य प्रदेश की जनता, विपक्ष और मीडिया सब जानना चाहते हैं। पीसीसी चीफ ने कहा कि मतलब 1300 करोड़ के लगभग इन 6 पन्नों में आया है तो 66 पन्नों में क्या आया होगा? कोई सरकारी एजेंसी बताएगी कि यह 6 पन्ने कहां से आए? पटवारी ने जांच को जल्द और पारदर्शी तरीके से पूरा करने की मांग की, ताकि सच्चाई सामने आ सके।