SAIC मोटर ने JSW समूह के साथ रणनीतिक संयुक्त उद्यम में प्रवेश किया है। SAIC एक फॉर्च्यून 500 कंपनी है और इसका वार्षिक राजस्व लगभग 110 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और यह 100 से अधिक देशों में कार्यरत है। जबकि JSW अमेरिका के साथ भारत के अग्रणी वैश्विक व्यापार समूहों में से एक है।यह विविध व्यवसायों से 23बिलियन डॉलर का राजस्व हासिल कर रही है।
लंदन में एमजी कार्यालय में एसएआईसी के अध्यक्ष वांग जियाओकिउ और जेएसडब्ल्यू समूह के पार्थ जिंदल द्वारा शेयरधारक समझौते और शेयर खरीद और शेयर सदस्यता समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इसका मकसद भारत में एमजी मोटर के परिवर्तन और विकास में तेजी लाना है।
SAIC मोटर और JSW ग्रुप ऑटोमोबाइल नई तकनीक के क्षेत्र में संसाधनों को एक मंच पर लाकर रणनीतिक तालमेल बनाएंगे। यह ज्वाइंट वेंचर कई नई पहल भी करेगा। इनमे स्थानीय सोर्सिंग को बढ़ाना, चार्जिंग के बुनियादी ढांचे में सुधार, उत्पादन क्षमता का विस्तार और हरित गतिशीलता पर ध्यान देने के साथ साथ वाहनों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करना शामिल है।
समझौते के अनुसार JSW की इस भारतीय संयुक्त उद्यम में 35% हिस्सेदारी होगी। SAIC भारतीय उपभोक्ताओं पर फोकस करता रहेगा। इसके साथ साथ यह असाधारण गतिशीलता और समाधान प्रदान करने के लिए यह इस वेंचर को उन्नत प्रौद्योगिकी प्रदान करता रहेगा।