Rajwada Mohan Cabinet Meeting : मध्यप्रदेश की मोहन सरकार की कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक के लिए इंदौर के राजवाड़ा स्थित होलकर राजवंश का दरबार हाल सज-धजकर तैयार हो गया है। करीब 78 साल बाद इस स्थान पर होने वाली बैठक के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत मंत्रिमंडल के ज्यादातर मंत्री इंदौर पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारी भी इंदौर पहुंच चुके हैं।
11 बजे होगी बैठक
बैठक सुबह 11 बजे होगी। इस बैठक की खासियत यह है कि मुख्यमंत्री व मंत्रियों के लिए कोई टेबल व कुर्सियां यहां नहीं होंगी, बल्कि सभी पटिए, मसनद व गद्दों पर बैठेंगे। मप्र सरकार देवी अहिल्या बाई होल्कर की 300 वां जयंती वर्ष हर्षोल्लास के साथ मना रही है। इस उपलक्ष में इस बार की कैबिनेट बैठक इंदौर के राजवाड़ा में रखी गई है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राजवाड़ा में कैबिनेट की बैठक देवी अहिल्या बाई होल्कर के गौरवपूर्ण जीवन और उनके योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक पुण्य अवसर होगा। उन्होंने कहा कि राजवाड़ा भवन का निर्माण कार्य श्रीमंत मल्हार राव जी होल्कर महाराज ने प्रारंभ किया था, जिसे लोकमाता अहिल्या बाई माता ने पूर्ण कराया था। उसी स्थल पर अब कैबिनेट की बैठक आयोजित कर उन्हें नमन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजवाड़ा में होने वाली कैबिनेट की बैठक में राज्य की जनता के हित में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
सजाया गया दरबार हॉल
राजवाड़ा के रानी अिहल्याबाई दरबार हॉल को ठीक वैसे ही सजाया जा रहा है जैसे होल्कर रियासत में दरबार लगता था। इसके पहले 1945 में राजवाड़ा का दरबार हॉल में अंतिम बार दरबार सजा था। पहले इसी हाल में आयोजित दरबार हाल में होलकर सरकार के निर्णय लिए जाते थे। सोमवार की शाम को मुख्यमंत्री डॉ. यादव सहित मंत्री इंदौर पहुंचे। वहां से वे राजेंद्र नगर स्थित लता मंगेशकर सभागृह पहुंचे। सभी ने वहां मां अहिल्या के जीवन प्रसंग पर आधारित नाट्य मंचन देखा। इसके बाद रात को सर्राफा चौपाटी जाकर व्यंजनों का लुत्फ उठाया।
20 से 31 मई तक होंगे आयोजन
सीएम ने कहा कि 20 से 31 मई तक पूरे राज्य में अलग-अलग सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसी कड़ी में सोमवार को इंदौर में एक मंचीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर के जीवन के विविध पहलुओं को एक लघु नाटिका के रूप में प्रस्तुत किया गया। यह अद्भुत प्रस्तुति नागपुर, महाराष्ट्र से आए सुघड़ कलाकारों की ओर से दी गई। उन्होंने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर की जन्म जयंती को और अधिक स्मरणीय बनाने के लिए राज्य सरकार 31 मई को भोपाल में भी एक बड़ा आयोजन करेगी।