Rahul Gandhi in Bhopal : (विकास जैन भोपाल) मध्यप्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस इन दिनों गंभीर है। बीते महीनों को देखा जाए तो प्रदेश कांग्रेस काफी एक्टिव रही है। संगठन में बदलाव से लेकर विरोध प्रदर्शन तक कांग्रेस नजर आती रही और प्रदेश संगठन के इस प्रयास को मजबूती प्रदान करने के लिए लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भोपाल आ रहे है। राहुल 3 जून को भोपाल प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे संगठन की अलग-अलग बैठकों में हिस्सा लेंगे, राहुल 6 घंटे मैराथन बैठकों के जरिये संगठन को सक्रिय करने की आधारशिला रखेंगे।
राहुल का अहम एमपी दौरा
राहुल गांधी का एमपी दौरान मध्यप्रदेश कांग्रेस के लिए काफी अहम और खास होने वाला है। राहुल एमपी से कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान की शुरुआत करने जा रहे है। राहुल गांधी 3 जून को सुबह 9 बजे दिल्ली से भोपाल पहुंचेंगे। सबसे पहले सुबह 11 से 12 बजे तक राजनैतिक मामलों की समिति की बैठक में शामिल होगे। इस बैठक में पॉलिटिकल अफेयर कमेटी के सदस्य मौजूद रहेंगे। इसके बाद राज्यसभा सांसदों और विधायकों के साथ संवाद होगा। बाद में एआईसीसी के नव नियुक्त ऑब्जर्वर्स और जिला प्रभारियों की बैठक होगी। सभी बैठकों के बाद अनौपचारिक चर्चा होगी। इसके बाद एआईसीसी के प्रतिनिधियों, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि, जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं ब्लॉक अध्यक्षों के साथ राहुल गांधी संवाद करेंगे। संवाद कार्यक्रम पीसीसी के बाहर रवीन्द्र भवन में होगा।
क्या कहते है जानकार?
राजनीतिक जानकार और वरिष्ठ पत्रकार मनीषकांत जैन का कहना है कि देर से ही सही, लेकिन कांग्रेस को यह समझ आ गया कि सिर्फ बयानों से या मुद्दों के आधार पर जनता के बीच में जगह नहीं बनायी जा सकती है। संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करना ही होगा। जिन प्रदेशों में कांग्रेस संगठन घरातल पर गया..उन स्थानों पर ही पार्टी को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। जहां पर जीत रही है, वहां कांग्रेस के नेता बिना संगठन के अपने दम पर ही या अपनी छवि के आधार पर चुनाव जीत रहे है। इन सभी कारणों का विस्तार से अध्ययन करने के बाद पार्टी के रणनीतिकारों ने संगठन सृजन कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार की।
संगठन को गढ़ने की शुरूआत एमपी से...
उन्होंने आगे कहा है कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य कैडर आधारित सक्रिय संगठन की परिकल्पना है। पार्टी का इतिहास साक्षी है, कि 1990 के दशक तक कांग्रेस का संगठन और सेवादल दोनों सक्रिय हुआ करते थे, और अकेले सेवादल पार्टी को चुनाव जिताने का दमखम रखता था, लेकिन समय के साथ और सत्ता के मद में पार्टी ने संगठन की ओर ध्यान नहीं दिया और पार्टी धरातल की ओर पहुंच गयी। इस मर्म को राहुल गांधी ने पहचाना है और अब वे संगठन को गढ़ने की शुरूआत मध्यप्रदेश से करने जा रहे है। देर आये लेकिन दुरस्त आये की तर्ज पर पहले पार्टी ने अपने नेताओं के बेलगाम बयानों पर रोक लगायी और अब संगठन को गढ़ने की कवायद की जा रही है...यानि पार्टी की नजर 2029 के चुनावों पर है...
राहुल की तगड़ी सुरक्षा
राहुल गांधी के भोपाल दौरे को लेकर पुलिस अलर्ट मोड़ पर है। राहुल की सुरक्षा के लिए पुलिस ने विशेष इंतजाम किए है। राहुल गांधी की सुरक्षा में पीसीसी कार्यालय में 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। पुलिस ने एक दिन पहले से ही कांग्रेस कार्यालय में डेरा डाल लिया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार राहुल गांधी की सुरक्षा के लिए विमानतल, पीसीसी कार्यालय और रवीन्द्र भवन और राहुल के रूट में 1200 जवानों को तैनात किया जाएगा। अलग अलग जगाहों पर एडिशनल एसपी को तैनात किया जाएगा। उनके नीचे तीन—तीन सीएसपी और डीएसपी तैनात रहेंगे। पीसीसी कार्यालय के हर फ्लोर पर पुलिस की तैनाती रहेगी। वही यातायात प्लान तैयार कर जारी किया जाएगा। बता दें कि राहुल गांधी को वर्तमान में सीआरपीएम की सुरक्षा मिली हुई है। वे लोकसभा में नेताप्रतिपक्ष है। इसी के चलते भोपाल पुलिस ने राहुल की सुरक्षा का प्लान तैयार किया है।