इंदौर : मेघालय के शिलॉन्ग में हनीमून मनाने गए इंदौर के राजा और सोनम केस में अभी तक पुलिस को किसी तरह का सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने भले ही राजा का शव बरामद कर लिया है। लेकिन सोनम अब भी लापता है। ऐसे में बेटी की वापसी के लिए चिंतित परिवार वाले खुद शिलॉन्ग में सोनम की तलाश कर रहे है। तो वही घर में भी उसकी सुरक्षा के लिए पूजा पाठ की जा रही है। इधर, 14 दिन से लापता सोनम की वापसी के लिए रघुवंशी समाज ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है।
23 मई के बाद से दोनों लापता हो गए
बता दें कि राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ 22 मई को हनीमून मनाने के लिए मेघालय के शिलांग पहुंचे थे। 23 मई के बाद से दोनों लापता हो गए। इसके बाद 2 जून को राजा का शव चेरापूंजी के सोहरारिम इलाके की गहरी खाई में मिला, जबकि सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। सोनम को ढूंढने के लिए सर्च अभियान जारी है। तो वही जांच के लिए SIT भी गठित की गई है। इतना ही नहीं परिवार ने जानकारी देने वालों के लिए 5 लाख का इनाम भी घोषित किया है।
जांच के लिए SIT गठित
बता दें कि राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ 22 मई को हनीमून मनाने के लिए मेघालय के शिलांग पहुंचे थे। 23 मई के बाद से दोनों लापता हो गए। इसके बाद 2 जून को राजा का शव चेरापूंजी के सोहरारिम इलाके की गहरी खाई में मिला, जबकि सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। सोनम को ढूंढने के लिए सर्च अभियान जारी है। तो वही जांच के लिए SIT भी गठित की गई है। इतना ही नहीं परिवार ने जानकारी देने वालों के लिए 5 लाख का इनाम भी घोषित किया है।
सोनम का अपरहण कर बांग्लादेश ले जाने की संभावना
बता दें कि सोनम इंदौर शहर स्थित बाणगंगा के गोविंद कॉलोनी की रहने वाली हैं, जिनकी शादी बीती 11 मई को कैट रोड इलाके के रहने वाले राजा रघुवंशी से हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी. शादी के बाद यह जोड़ा शिलांग गया था, जहां कुछ दिनों बाद परिवार से संपर्क कट गया था। तो वही यह भी कयास लगाए जा रहे है कि शिलॉन्ग और बांग्लादेश बॉर्डर जुड़े होने के चलते सोनम का अपरहण कर बांग्लादेश ले जाया हो।
रघुवंशी समाज ने पत्र में तीन प्रमुख मांगें रखीं हैं–
- पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच के आदेश दिए जाएं और हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए।
- सोनम रघुवंशी की सुरक्षित वापसी हेतु त्वरित एवं प्रभावी ढंग से खोज की जाए।
- सोनम रघुवंशी की खोज में गए उनके भाई गोविंद रघुवंशी एवं अन्य व्यक्तियों को पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए।
- पत्र में आगे चेतावनी दी गई है कि यदि शासन ने तीन दिन के भीतर इस संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो समूचा रघुवंशी समाज भोपाल सहित देश के प्रमुख शहरों में धरना प्रदर्शन करेगा और मेघालय सरकार का पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराएगा।