PC on Operation Sindoor : भारत में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर आज प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई है। जहां पर शनिवार को विदेश और रक्षा मंत्रालय ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेस की है। जिसमें कर्नल सोफिया ने जानकारी दी है कि भारत के सैन्य ठिकानों को पाकिस्तान की ओर से तबाह करने के दावे बेबुनियाद हैं। पाकिस्तान और भारत एक दूसरे पर लगातार सैन्य कार्रवाई कर रहे हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि पाक के इस अटैक से भुज और पठानकोट के एयरबेस को नुकसान हुआ है। लेकिन इस बीच S400 डिफेंस सिस्टम और ब्रह्मोस फैसिलिटी पूरी तरह सुरक्षित है।
विदेश सचिव और भारतीय सेना की PC:
बता दें कि भारत ने अपनी तरफ से साफ कर दिया है कि वो युद्ध नहीं चाहता है, हालांकि पाकिस्तान की उकसावे वाली और भड़काऊ गतिविधियों की वजह से उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के साथ चल रही लड़ाई को लेकर आज विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भारतीय सेना की दो योद्धाओं व्योमिका सिंह और सोफिया कुरेशी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है।
आक्रामक इरादे से भेज रहा सैनिक:
इस बीच मिसरी ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने आक्रामक इरादे और हालात को और बिगाड़ने के लिए सीमा की तरफ सैनिकों को भेज रहा है। ऐसे में अब मिसरी की इस जानकारी से दोनों देशों के बीच जमीनी जंग छिड़ने के आसार बढ़ गए हैं। इसके आगे प्रेस ब्रीफिंग में उन्होंने कहा कि मैं इससे पहले भी कई बार कहा है कि पाकिस्तान बार-बार उकसावे और तनाव बढ़ाने वाली गतिविधियां बढ़ रही हैं, और भारत ने इसके जवाब में हमेशा जिम्मेदारी और संयम के साथ प्रतिक्रिया दी है। लेकिन स्थिति को और बिगाड़ने के लिए पाकिस्तानी सेना अग्रिम इलाकों में आक्रामक इरादे से सैनिकों को भेज रही है।'
पाकिस्तान को दी सख्त हिदायत:
वहीं इस सन्दर्भ में कर्नल सोफिया कुरैशी ने साफ तौर पर कहा कि पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान ने कई सैन्य गतिविधियां की है। और पंजाब के एयरबेस को उसने निशाना बनाने की कोशिश की है। इसके आगे कहा कि पाकिस्तान ने फाइटर जेट्स, लोइटरिंग म्यूनिशना और लॉन्ग रेंज हथियारों का इस्तेमाल कर इन इलाकों पर हमला करने का प्रयास किया है। हालांकि इनके सभी प्रयासों को विफल भारतीय बलों ने लगभग विफल कर दिया है। लेकिन इन सब में सबसे गंभीर चिंता का विषय यह है कि पाकिस्तान ने सैन्य मकसद के लिए लाहौर से उड़ने वाले नागरिक विमानों का दुरुपयोग किया है। ऐसी हरकर मानवीय मूल्यों और अंतरराष्ट्रीय नियमों का घोर उल्लंघन है।