भोपाल : मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल जल्द ही एक नई व्यवस्था लागू करने जा रहा है। जिसके तहत अब बोर्ड परीक्षा में फैल होने विद्यार्थी दोबारा एग्जाम हो सकेंगे। यानि की सभी विषयों में फेल होने पर भी अब विद्यार्थी दोबारा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे। जिससे की उनका साल बच सके। बावजूद इसके स्टूडेंट फिर भी फैल होते है तो वो मप्र राज्य ओपन स्कूल द्वारा रुक जाना नहीं योजना के तहत परीक्षा देकर पास हो सकते है।
कम नंबर आने पर भी दे सकेंगे दोबारा परीक्षा
प्रदेश में अगर यह व्यवस्था लागू होती है तो सप्लीमेंट्री एग्जाम को खत्म कर दिया जायेगा। बता दें कि सप्लीमेंट्री एग्जाम के लिए जरिए स्टूडेंट सिर्फ 2 या तीन परीक्षा ही दे सकते है। लेकिन नई व्यवस्था के तहत विद्यार्थी 4 से अधिक परीक्षा में फैल होने पर भी दोबारा 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम दे सकेंगे। इतना ही नहीं कम नंबर आने पर भी छात्र सारे सब्जेक्ट की दोबारा परीक्षा दे सकते है।
4 महीने बाद फिर दे सकेंगे EXAM
स्कूल शिक्षा विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी ओएल मंडलोई के मुताबिक, '' बच्चे निराश न हों और उनका कीमती वक्त और पूरा साल खराब न हो, इसके लिए ये नई व्यवस्था इसी एकेडमिक सेशन से शुरू की जा सकती है. 10th और 12th दोनों बोर्ड परीक्षाओं के लिए ये व्यवस्था शुरू की जा सकती है। इस नई पहल के जरिए स्टूडेंट 4 महीने के बाद दोबारा बोर्ड एग्जाम दे सकते है। हालांकि, इसमें शर्त ये होगी कि छात्र को सभी सब्जेक्ट के पेपर फिर से देने होंगे।
नए शिक्षण सत्र में लागू हो सकती है व्यवस्था
एमपी बोर्ड की नई पॉलिसी अगर लागू होती है, तो पूरक परीक्षाएं यानी सप्लीमेंट्री एग्जाम की जगह 4 महीने बाद मुख्य परीक्षा की तरह ही 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षाएं होंगी, अबतक सप्लीमेंट्री 3 महीने बाद होती थी. वहीं 4 महीने बाद होने वाले इस परीक्षा में फेल हो चुके और कम नंबर प्राप्त करने वाले छात्र बैठ सकेंगे. गौरतलब है कि इस व्यवस्था को लेकर बनाए गए प्रस्ताव को एमपी बोर्ड की एग्जीक्यूटिव कमिटी ने भी मंजूरी दे दी है। नए शिक्षण सत्र में यह व्यवस्था लागू हो सकती है। एमपी बोर्ड की नई पॉलिसी के तहत दोबारा एग्जाम देने वाले छात्र से लिखित में ले लिया जाएगा कि दूसरे अटेंप्ट के ही नंबर मान्य होंगे. ऐसे में दूसरे अटेंप्ट में किसी सब्जेक्ट में कम नंबर आते हैं तो वही मान्य होगा।