भोपाल। राजधानी के चर्चित सट्टकिंग अब महादेव एप मामले में भी फंस चुका है। ईडी ने भोपाल के चूनाभट्टी इलाके स्थित ईडन गार्डन से आलीशान बंगले से हिरासत में लिया है। गिरीश तलरेजा को ईडी रायपुर में पूछताछ के लिए लेकर गई है। इंदौर में भी तलरेजा से पूछताछ हुई है। ईडी ने महादेव एप के मामले में मनी लाॅड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
तलरेजा के सहयोगी की तलाश जारी
ईडी सूत्रों ने बताया कि तलरेजा का एक और खास सहयोग की है। रतनलाल जैन की तलाश टीम कर रही है। जानकारी मिली थी कि भोपाल में भी दोनों आरोपी साथ में हैं, जिसके बाद दबिश दी गई, लेकिन रतनलाल कुछ समय पहले जा चुका था। गिरीश तलरेजा राजधानी में काफी रसूखदारों के संपर्क में रहा था। आईपीएल सट्टे के बाद वह पुलिस की निगाह पर आया। कई थानों में सट्टे के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। बेकरी की दुकान से सट्टाकिंग बनने के बाद परिवार के लोगों की भी मदद की थी। यही कारण है कि वह आसानी से भोपाल के अलग-अलग इलाकों में बिना किसी के नजरों में आए अंडरग्राउंड हो जाता था। ईडी के अफसरों ने बताया कि तलरेजा एमपी में महादेप एप का माड्यूल ऑपरेट करता था। तलरेजा की मदद से ही छत्तीसगढ़ के बाद मध्य प्रदेश में भी एप के जरिए सट्टे का ऑनलाइन काला कारोबार बढ़ा।
कौन है गिरीश तलरेजा?
राजधानी के ईदागाह हिल्स में गिरीश तलरेजा रहता है। साल 2019 में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच में करोड़ों रुपए के आॅनलाइन सट्टा करोबार में नाम सामने आया था। इसके बाद साइबर से ऑनलाइन सट्टा के किंग गिरीश तलरेजा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। इसके बाद क्राइम ब्रांच भोपाल ने तलरेजा के रिश्तेदार और कई कारोबारों के ठिकानों पर दबिश दी थी, जिसमें करोड़ों रुपए पुलिस ने बरामद की थी। तलरेजा के करीबी ने बताया कि पूरा नेटवर्क दुबई से चलता है। करीबी रिश्तेदार की गिरफ्तारी के बाद तलरेजा अंडरग्राउंड हो गया। वह दुबई भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी कर दिया था, जिसके बाद मुंबई एयरपोर्ट से उसे सीआईएसएफ ने गिरफ्तार कर दिया। फिर ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया।
जमानत के लिए नोटिस कराया रद्द
पुलिस सूत्रों का कहना है केंद्र सरकार के दवाब के बाद गिरीश तलरेजा की गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन वह जमानत पर बाहर आ गया। तलरेजा ने पुलिस के बड़े अफसर को रिश्वत देकर लुक आउट नोटिस रद्द कराया, फिर कुछ समय के बाद दुबई चला गया था। दुबई से महादेव ऐप से आॅनलाइन सट्टे का कारोबार चलाना शुरू कर दिया था। विदेश से बैठ-बैठ अपनी परिचितों के जरिए हवाला का कारोबार भी आपरेट किया।
शादी और फ्लाइट बुक करने पर फंसे आहूजा बंधु
राजधानी के आहूजा बंधु भी तलरेजा के साथ काम करने में फंस गए। पिछले साल ईडी ने रैपिड ट्रैवल्स पर छापा मारा था। इस कार्रवाई में खुलासा हुआ कि सौरभ चंद्राकर की दुबई में हुई शादी में भोपाल के ही आहूजा बंधुओं ने फिल्म अभिनेता और अन्य लोगों की फ्लाइट टिकट बुक की थी। ट्रैवल्स एजेंसी को तलरेजा ने हवाला के जरिए भुगतान किया था।