Khushdeep Bansal arrested: देश-दुनिया में मशहूर वास्तुशास्त्री खुशदीप बंसल को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। खुशदीप को उनके भाई हरीश के साथ स्वायत्त परिषद में 65 करोड़ की जालसाजी के मामले में पकड़ा गया है। असम पुलिस आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर असम रवाना हो गई। असम प्रशासन के पास खुशदीप बंसल के नाम पर गैर जमानती वारंट था। पता चला था कि वे सैनिक फार्म में रहते हैं। असम पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले दिल्ली पुलिस से जानकारी लिया था। घोटाले में मध्य प्रदेश के एक कांग्रेस नेता का बेटा भी शामिल है।
ट्रांजिट रिमांड पर लेकर असम रवाना:
Khushdeep Bansal arrested: फिलहाल, दोनों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस यूनिट (CI) ने बाराखंभा इलाके के पास स्थित मॉडर्न स्कूल से गिरफ्तार किया है। जिसके बाद असम पुलिस आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर असम रवाना हुई है। असम प्रशासन के पास खुशदीप बंसल के नाम पर गैर जमानती वारंट था। मालूम हुआ था कि वे सैनिक फार्म में रहते हैं। असम पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले दिल्ली पुलिस से संपर्क किया था।
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संसद की लाइब्रेरी का वास्तु किया था ठीक :
Khushdeep Bansal arrested: खुशदीप बंसल विभिन्न राज्य सरकार की परियोजनाओं और प्रतिष्ठित व्यवसायियों के रणनीतिक सलाहकार रहे हैं। 1997 में बंसल उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने यह दावा किया था कि संसद भवन की लाइब्रेरी में दोष है। लाइब्रेरी की वास्तुशिल्प में गड़बड़ी थी, यही कारण था कि सरकारें चली गई थी। बाद में उन्होंने वास्तुदोष दूर किया था।
घोटाले में पांच आरोपी शामिल :
Khushdeep Bansal arrested: मामला 2022 का बताया जा रहा है जिसमें स्वायत्त परिषद के 65 करोड़ घोटाले में पांच आरोपी बनाए गए हैं। उस घोटाले में बंसल का भी नाम है। दिल्ली स्थित सबरवाल ट्रेडिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक कमल सबरवाल ने बंसल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। कथित तौर पर बंसल ने दिल्ली पुलिस को बताया है कि उसने एक व्यक्ति को कमल सबरवाल से मिलवाया था, जिसने ठगी को अंजाम दिया। असम पुलिस का दावा है कि सभी आरोपियों ने व्यापक घोटाले को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया है।
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