भोपाल। राजधानी भोपाल की ग्राम पंचायत रतुआ रतनपुर में बुधवार को सरपंच पद के लिए मतदान किया गया। सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक कुल 76.15 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। दरअसल पूर्व सरपंच जय सिंह जाट की मौत की वजह से यह सीट खाली हुई थी। इस पंचायत के 3 में से 1 बूथ पर पहली बार पेपरलेस वोटिंग हुई, जिसमें मतदाताओं को टीवी स्क्रीन पर अपना नाम दिखाई दिया, इसके साथ फार्म पर ई-सिग्नेचर भी कराए गए। राज्य निर्वाचन आयोग ने पायलेट प्रोजेक्ट के तहत देश में पहली बार पेपरलेस मतदान की शुरुआत की है।
सुबह 7 बजे से पंचायत के 3 मतदान केंद्रों पर मतदान शुरु किया गया, जो दोपहर 3 बजे तक चला। उपजिला निर्वाचन अधिकारी दीपक पांडे ने बताया कि 2056 मतदाता है। इनमें से 76.15 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया है। दो उम्मीदवार सविता जाट और उधम सिंह हैं। 14 सितंबर को जनपद स्तर पर काउंटिंग और परिणाम की घोषणा की जाएगी। मतदान के लिए गांव के लोगों ने खासा उत्साह दिखाया। इस दौरान सौ साल की हरबोबाई ने भी वोट डाला।
यह हुआ फायदा
मतदाता की पहचान और कितने लोगों ने वोट डाला, इसकी जानकारी अब तकनीक से एक क्लिक पर मिल जाएगी। इसके अलावा पोलिंग पार्टियों को अपनी रिपोर्ट मैनुअली देनी होती थी, लेकिन अब यह प्रक्रिया भी ऑनलाइन हो जाएगी। भविष्य में केवल एक टैबलेट और पेनड्राइव या हार्डडिस्क दी जाएगी।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव अभिषेक सिंह ने बताया है कि पंचायतों एवं नगरीय निकायों के सरल, सुगम एवं पारदर्शितापूर्ण मतदान प्रक्रिया सम्पन्न कराने के उद्देश्य से पेपरलेस बूथ की योजना बनाई गई है। पंचायत निर्वाचन में मतदान केन्द्र पर सभी प्रक्रियाओं को सम्पन्न कराने और रिपोर्टिंग के लिए 26 प्रपत्र भरे जाते हैं। इनमें थोड़ी भी गलती होने पर अनेक विवाद होते हैं। साथ ही कोर्ट केस भी बनते हैं। पेपरलेस बूथ करने पर इन प्रपत्रों को डिजिटलाइज किया जा रहा है। इसका पहला प्रयोग रतुआ रतनपुर में किया गया, जो पूर्ण रूप से सफल रहा।