रिपोर्टर - जगन्नाथ साहू, बालोद.
बालोद। jal jeevan mission : जिले के ग्राम ओरमा में ग्राम पंचायत के अनदेखी और लापरवाही के कारण ग्रामीणों को गर्मी के दिनो मे पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। गांव में हर घर नल लग जाने के बाद भी घरों में जल नही पहुंच पा रहा है, जबकि प्रशासन द्वारा हर घर जल का मुहिम चलाया जा रहा है, बावजूद इसके घरो में पानी उपलब्ध नही है। जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर ग्रमा पंचायत ओरमा मे जल जीवन मिशन के तहत एक नवनिर्मित पानी टंकी का निर्माण किया गया था जहां से 6 महिने तक ग्राम के प्रत्येक घरो मे नल जल के माध्यम से सुबह और शाम पानी दिया गया लेकिन पिछले दो माह से पानी टंकी के लिए खोदा गया बोर खराब होने के बाद से लोगो को पर्याप्त पानी उपलब्ध नही हो पा रहा है।
हैण्डपंप से आता है लाल पानी :
ग्राम पंचायत ओरमा में लगभग एक हजार की जनसंख्या है, जहां बीते दो महिने से पीने के पानी के लिए दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है, ग्रामीणो से मिली जानकारी के अनुसार गांव मे जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी निर्माण के साथ ही एक नवीन बोर खनन कर पानी की सप्लाई की जा रही थी लेकिन अचानक दो माह पूर्व बोर धसने के कारण घरो मे लगे नल मे पानी का आना बंद हो गया जिसके बाद पंचायत मे लगे मोटर पंप के माध्यम से लगभग 500 लोगो को पानी दिया जा रहा है, वही वैकल्पिक एक हैण्डपंप की सुविधा उपलब्ध जिसमे लाल पानी निकलता है जो पीने योग्य नही है।
ग्रामीणों ने की शिकायत :
ग्रामीण नरबदा कौशिक, शैल कुमारी साहू, रामबाई निषाद, गुनजन साहू, ईश्वरी साहू, सुरजा निषाद, परमेश्वरी निषाद, नेमिन निषाद, शांति सोनकर, खिलेश साहू, ग्राम पटेल धन्नू लाल सोनकर, इन्द्रजीत सोनकर, जयंती सोनकर, बुधयारीन, प्रिति सोनकर, झाडू गंधर्व ने बताया कि गांव मे एक मोटर पंप के माध्यम से पानी की पूर्ति 500 से ज्यादा ग्रामीण एक जगह से ही करते है जिसके कारण बर्तनो के साथ ही ग्रामीणो ही भीड़ उमड़ पड़ती है जिसके कारण ग्रामीणो को पानी के लिए घंटो इंतजार करना पड़ता है।
लाल पानी ग्रामीणो की बड़ी समस्या
मोंगरा साहू ने बताया कि गांव मे अनेक घरो मे निजी बोर खनन किया गया है लेकिन उसमे लाल पानी की समस्या है जिसके कारण निजी बोर वाले भी एक ही सार्वजनिक बोर का उपयोग करते है। वही ग्राम के पुरे बस्ती मे कही पर भी बोर खनन किया जाए तो वहां लाल पानी ही निकलता है, जिसके कारण स्वच्छ पानी के लिए ग्राम से बाहर ही बोर खनन करने की आवश्यकता हैै तभी लाल पानी की समस्या से ग्रामीणो को निजात मिलेगी।
काम में जाने के लिए हो रही समस्या
रंजना साहू ने बताया कि पानी के लिए घंटो इंतजार करने के कारण समय पर कामो मे जाने के लिए वंचित होना पड़ता है तथा कई बार पानी भरने के लिए मजदूरी का कार्य छोड़ना पड़ता है। गर्मी के दिनो मे गोदी सुबह 7 बजे ही लग जाती है और पानी सुबह 7 बजे प्रारंभ होता है ऐसे मे काम मे जाए या काम छोड़कर पानी भरे यह स्थिति निर्मित हो गई है, वही शाम को भी पानी दिया जाता है जिसको ज्यादा मात्रा मे भरकर एक दो दिन के लिए भण्डारण कर रखना पड़ता है, क्योकि बिजली बंद होने के कारण मोटर पंप से पानी नही मिलता और हैण्ड पंप से लाल पानी आता है जो पीने योग्य नही है।
मूलभूत सुविधाओं से वंचित :
ग्राम पटेल धन्नू लाल सोनकर ने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा खराब बोर को बनाने मे कोई ध्यान नही दिया जा रहा है तथा लाल पानी को स्वच्छ बनाने के लिए वाटर फिल्टर मशीन नही लगाया जा रहा है, जिसके कारण ग्रामीणो को पानी के लिए दर बदर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणो द्वारा सरपंच से कई बार शिकायत की गई लेकिन एक मोटर पंप और हैण्डपंप को वैकल्पिक सुविधा बताकर ग्रामीणो की समस्या पर ध्यान नही दिया जा रहा है, वही बगल के आश्रित ग्राम मेढ़की के ग्रामीणो को दो टंकी के साथ भरपूर पानी ग्राम मे पहुचाया जा रहा है।