Diabetes Patients : सर्दियों का मौसम शुगर के मरीजों के लिए चुनौती भरा होता है। ठंड बढ़ने के साथ ही शरीर में कई ऐसे बदलाव आते हैं जो ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करते हैं। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में डायबिटीज के मरीजों को अपनी दिनचर्या और खानपान पर खास ध्यान देना जरूरी है।
शुगर विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसार, ठंड में शरीर को तापमान बनाए रखने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा की जरूरत होती है, जिसके लिए शरीर कुछ ऐसे हार्मोन बनाता है जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं। वहीं, इस मौसम में लोग शारीरिक गतिविधियां कम कर देते हैं और पानी का सेवन भी घट जाता है, जिससे ब्लड शुगर स्तर में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है।
क्यों बढ़ता है ब्लड शुगर?
सर्दी में शरीर खुद को गर्म रखने के लिए अंदर से ग्लूकोज बनाता है और लिवर उसे रिलीज़ करता है। सामान्य व्यक्ति में इंसुलिन इस ग्लूकोज को नियंत्रित कर लेता है, लेकिन डायबिटीज मरीजों में इंसुलिन की कार्यक्षमता कम होने के कारण शुगर का स्तर तेजी से बढ़ जाता है। इसके अलावा सर्दियों में भूख ज्यादा लगना, तला-भुना और मीठा खाना पसंद करना, और धूप की कमी से विटामिन D घट जाना भी शुगर बढ़ाने के बड़े कारण हैं।
कैसे रखें खुद का ध्यान?
शुगर विशेषज्ञों के अनुसर सर्दियों में नियमित दिनचर्या और निगरानी सबसे जरूरी है। सुबह खाली पेट और भोजन के बाद ब्लड शुगर की जांच सप्ताह में कम से कम 3-5 बार करें। दिनभर में 8-9 गिलास पानी अवश्य पिएं। रोजाना 20 से 30 मिनट तक घर में हल्की एक्सरसाइज, टहलना या योग करें। भोजन हल्का और संतुलित रखें। गेहूं के साथ बाजरा या जौ मिलाकर रोटी बनाएं, मौसमी फल जैसे संतरा, अमरूद और आंवला का सेवन करें। दवा या इंसुलिन का समय न बदलें और नींद पूरी लें।
रखे ये सावधानियां
सुबह कुछ देर धूप जरूर लें, इससे विटामिन D की कमी पूरी होती है।
रात को भिगोए हुए मेथीदाने का पानी सुबह पीना लाभदायक है।
पैरों को ठंड से बचाकर रखें, खासतौर पर बुजुर्ग मरीज।
यदि शुगर अचानक बढ़े या घटे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या या उपचार शुरू करने से पहले चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।