मोनिका दुबे// रायपुर: प्रदेश के राजधानी रायपुर में आज युक्तियुक्त करण मामले को लेकर पत्रकार वार्ता हो रही है, जिसे कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के द्वारा संबोधित किया जा रहा है। वहीं इस PC युक्तियुक्तकरण को लेकर कलेक्टर महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं। इस सन्दर्भ में कलेक्टरने कहा कि, अतिशेष शिक्षकों का पुनः समायोजन किया जा रहा है. इसका लाभ इस प्रकार का की 90% बच्चों को टीसी प्रक्रिया से मुक्ति मिलेगी, और पढ़ाई में गुणवत्ता और निरंतर बनी रहेगी।
समस्या के निदान के लिए खुले दरवाजे:
इसके अलावा 241 स्कूलों का समायोजन किया जा रहा है जिसमें 4 स्कूल रायपुर के है, और 385 विद्यालयों को एक ही परिसर में एक विद्यालय के रूप में किया गया है। आपको बता दें कि इसमें सिर्फ उन्हें स्कूलों का समायोजन किया जा रहा है जिसमें छात्रों की संख्या कम है, और 4 समायोजित करने के बाद 1033 स्कूल की व्यवस्था दिखेगी। वहीं इसके आगे आपत्ति को लेकर डॉ.गौरव सिंह ने कहा कि, समस्या के निदान के लिए अधिकारियों के दरवाजे खुले हैं।
कन्फ्यूजन वाली स्थिति होगी क्लियर:
जहां पर आपत्ति को लेकर तत्काल इसका निराकरण किया गया है। विद्यालयों को लेकर भी अगर कोई इनपुट है तो उसे दिए जा सकते हैं। इसके अलावा 'उत्कर्ष' योजना के माध्यम से कमजोर बच्चों के लिए अभियान चलाया जाएगा, साथ ही रिवीजन के माध्यम से रिजल्ट को बेहतर से बेहतर किया जाएगा। काउंसलिंग का पर्याप्त समय दिया गया है। आपत्तियों को भी निराकृत किया गया है, और जहां कन्फ्यूजन वाली स्थिति है उसे क्लियर किया जा रहा है।
ग्रामीण इलाकों में शिक्षक की कमी:
सूत्रों के मुताबिक युक्तियुक्तिकरण को लेकर आज रायपुर कलेक्टर ने प्रेस वार्ता की। जिसमें रायपुर जिले में नई शिक्षा नीति के तहत किए गए युक्ति युक्तकरण को लेकर जानकारी दी है। इस बीच कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि, ग्रामीण इलाकों में शिक्षक की कमी थी। नगरीय इलाकों में शिक्षक अधिक है, इसलिए युक्तियुक्तकरण का फैसला लिया गया है। सिर्फ उन्हीं स्कूलों का समायोजन किया जा रहा है जहां विद्यार्थी कम है। एक ही परिसर में संचालित अलग-अलग स्कूलों को मिलाया जा रहा है। रायपुर में कुल 1422 स्कूल थे, लेकिन युक्तियुक्तकरण के बाद अब रायपुर में 1033 स्कूलों की व्यवस्थ्य है।
शिक्षकों को रिक्त पदों पर नियुक्ति:
इनमें से चार स्कूलों का समायोजन किया गया है। 1 अभनपुर और 3 रायपुर के स्कूलों को समायोजित किया गया है। 385 विद्यालयों को एक क्लस्टर के रूप में किया गया है। नई नीति के तहत 60 विद्यार्थियों पर 2 और उसके ऊपर 30 बच्चों पर 1 शिक्षक रहने के नियम है। युक्तियुक्तकरण के बाद 1013 अतिशेष शिक्षक निकले है। अतिशेष शिक्षकों को रिक्त पदों पर नियुक्ति दी जाएगी, या कहीं और पद स्थापना दिया जाएगा। डॉ गौरव कुमार सिंह कहा कि जितनी भी आपत्तियां आ रही है सभी का निराकरण किया जाएगा।