नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने मंगलवार को एक अहम फैसला लेते हुए कर्नाटक के दो विधायकों — एस.टी. सोमशेखर और शिवराम हेब्बार — को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। दोनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है।
समिति का कहना है कि एस.टी. सोमशेखर ने हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की, जबकि शिवराम हेब्बार ने मतदान से अनुपस्थित रहकर पार्टी के निर्देशों की अवहेलना की।
अनुशासन समिति का पत्र:
बीजेपी की केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक द्वारा जारी पत्र में कहा गया है:
“आपके खिलाफ 25 मार्च 2025 को जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब पर विचार किया गया। समिति ने बार-बार आपके द्वारा पार्टी के अनुशासन के उल्लंघन को गंभीर माना है। इसलिए आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है। आप पार्टी में किसी भी पद पर नहीं रहेंगे।”
क्या है पूरा मामला?
फरवरी 2025 में कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों पर चुनाव हुए थे। इसमें कांग्रेस ने तीन और भाजपा ने एक सीट पर जीत हासिल की। लेकिन भाजपा को नुकसान अपने ही विधायकों के असहयोग के कारण उठाना पड़ा।
एस.टी. सोमशेखर ने भाजपा के व्हिप के बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को वोट दिया।
वहीं शिवराम हेब्बार मतदान में शामिल ही नहीं हुए, उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया।
इन घटनाओं के चलते भाजपा को एक अतिरिक्त सीट गंवानी पड़ी। दोनों विधायकों पर पार्टी नेतृत्व से नाराजगी जताने के भी आरोप हैं, हालांकि उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया था।
कौन हैं ये दोनों विधायक?
एस.टी. सोमशेखर, बेंगलुरु की यशवंतपुर सीट से विधायक हैं।
शिवराम हेब्बार, उत्तर कर्नाटक की येल्लापुर सीट से विधायक हैं।
दोनों 2019 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इन्हीं के जैसे अन्य 15 विधायकों के इस्तीफे से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार गिर गई थी और भाजपा को सत्ता में आने का मौका मिला था।