रायपुर/अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में एक महिला द्वारा पुलिस वाहन के प्रतीक चिन्ह वाली निजी कार के बोनट पर बैठकर जन्मदिन मनाने का वीडियो वायरल होने के बाद अब यह मामला न्यायिक जांच के घेरे में आ गया है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने इस वीडियो पर स्वतः संज्ञान लेते हुए इसे जनहित याचिका के रूप में स्वीकार कर लिया है और राज्य के मुख्य सचिव से शपथ-पत्र के माध्यम से जवाब मांगा है। इस मामले में अगली सुनवाई एक सप्ताह बाद होगी।
क्या है मामला?
वायरल वीडियो में डीएसपी तस्लीम आरिफ की पत्नी बताई जा रही महिला एक निजी XUV 700 वाहन, जिस पर नीली बत्ती लगी थी, के बोनट पर बैठकर केक काटते हुए और दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाते हुए नजर आ रही है। यह घटना अंबिकापुर के एक रिसॉर्ट के पास की बताई जा रही है।
वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। सवाल यह भी उठे कि जिस वाहन पर नीली बत्ती लगी थी, वह सरकारी नहीं बल्कि निजी गाड़ी थी। पुलिस की एफआईआर में चालक को "अज्ञात" बताया गया, जबकि वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि गाड़ी कोई परिचित ही चला रहा है। इससे पुलिस की मंशा पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
कोर्ट की टिप्पणी और निर्देश
हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने वीडियो को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के मुख्य सचिव से मामले की स्थिति स्पष्ट करने के लिए शपथ-पत्र के माध्यम से जवाब तलब किया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस तरह के मामलों में जवाबदेही तय की जानी जरूरी है, खासकर जब नियमों का उल्लंघन स्वयं कानून से जुड़े लोग कर रहे हों।
क्या हुई पुलिस की कार्रवाई?
पुलिस ने अब तक धारा 177 (गलत जानकारी देना), 184 (लापरवाही से वाहन चलाना) और 281 (सार्वजनिक रास्ते में अवरोध उत्पन्न करना) के तहत एफआईआर दर्ज की है। पहले कार के ड्राइवर और फिर वीडियो में दिख रही महिला के खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने बताया है कि मामले में विभागीय जांच भी शुरू की जाएगी।