भोपाल : दिल्ली, मुंबई के बाद मध्य प्रदेश में भी कोरोना के मामले बढ़ने लगे है। हाल ही में इंदौर से कोरोना के 6 नए मामले सामने आए है। जिसकी पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। तो वही बढ़ते केसेस को देखते हुए एम्स में मरीजों की जांच की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। साथ ही वेंटीलेटर, बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर से युक्त एक आईसीयू भी कोविड मरीजों के लिए तैयार किया गया है। ताकि केसेस बढ़ने पर किसी तरह की परेशानी न हो।
एम्स में 20 बेड का जनरल वार्ड तैयार
बता दें कि यह केसेस 3 दिनों के भीतर सामने आये है। तो वही जनवरी से अब तक इंदौर में कुल 11 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इनमें से 5 मरीज स्थानीय निवासी हैं, जबकि अन्य बाहर से लौटे हुए लोग हैं. संक्रमण की चपेट में आए एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। हालांकि मरीज को पहले से कई तरह की बीमारी थी। इधर, केसेस सामने आने के बाद भोपाल एम्स में 20 बेड का जनरल वार्ड तैयार कर लिया गया है। वहीं वेंटीलेटर से युक्त एक आईसीयू भी कोविड मरीजों के लिए तैयार किया गया है। टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है। जबकि जिला अस्पताल जेपी और हमीदिया में किसी तरह की तैयारी नहीं दिख रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना नियंत्रण में है
बता दें कि कोरोन के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट (जेएन. 1) के दो सब-वैरिएंट (एनबी. 1.8.1 और आईएफ 7) एक्टिव हैं। एमपी में अभी तक इंदौर में 6 मरीज मिले हैं। जिसमें से एक वृद्धा की मौत हो चुकी है। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना नियंत्रण में है, लेकिन लोगों को जागरूक होना जरूरी है। जो लोग विदेश से यात्रा कर लौटे हैं, उन्हें एहतियातन जांच कराना चाहिए। यदि सर्दी-जुकाम या वायरल से पीड़ित होते हैं तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं और ट्रैवल हिस्ट्री भी न छिपाएं।
30 जनवरी 2020 में कोरोना ने दी थी दस्तक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे अधिक प्रभावित राज्य केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र हैं, जहां कुल मिलाकर 85% से अधिक सक्रिय मामले हैं। केरल 95 सक्रिय मामलों के साथ सूची में सबसे ऊपर है, तमिलनाडु में 66 और महाराष्ट्र में 56 हैं। दिल्ली (23), पुडुचेरी (10), कर्नाटक (13), गुजरात (7), राजस्थान (2), हरियाणा (1), सिक्किम (1) और पश्चिम बंगाल (1) शामिल हैं। बता दें कि भारत में पहली बार कोरोना ने 30 जनवरी 2020 में दस्तक दी थी और 2022 तक जमकर देशभर में तभाई मचाई थी।