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Delhi हिंसा में अब तक 15 FIR दर्ज और भी बढ़ सकती है FIR की संख्या, हिंसा फैलाने वालों पर हो रही जांच

Delhi हिंसा में अब तक 15 FIR दर्ज और भी बढ़ सकती है FIR की संख्या, हिंसा फैलाने वालों पर हो रही जांच

गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्‍ली की सड़कों पर हुई हिंसा की हर ओर निंदा हो रही है। किसानों ने ट्रैक्टर रैली के दौरान सेंकड़ों पुलिसकर्मियों को घायल किया। वहीं दिल्‍ली पुलिस ने अब मामले में हिंसा को लेकर जांच शुरू कर दी है। दिल्‍ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में गैंगस्टर व एक्टिविस्ट लक्खा सदाना की भूमिका की जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस अब तक 15 FIR दर्ज कर चुकी है एफआई की संख्या और भी बढ़ सकती है।

दीप सिद्धू पर भी है हिंसा फैलाने का आरोप

वहीं दीप सिद्धू पर भी किसानों को भड़काने और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया है। इसके बाद दीप सिद्धू ने फेसबुक पर आकर कहा है 'हमने प्रदर्शन के अपने लोकतांत्रिक अधिकार के तहत निशान साहिब का झंडा लाल किले पर फहराया लेकिन भारतीय झंडे को नहीं हटाया गया।

लक्खा सिदाना की भूमिका की भी हो रही है जांच

सूत्रों के मुताबिक, सेंट्रल दिल्ली में लक्खा सिदाना और उसके करीबियों पर दिल्ली पुलिस पर हमले का रोल सामने आया है। ये सभी सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में सक्रिय थे। लक्खा सिदाना पर पंजाब में 2 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इसमें गैंगस्टर एक्ट भी शामिल है। सिदाना किसान आंदोलन में काफी दिनों से एक्टिव है। पुलिस अब उसकी भूमिका को लेकर जांच कर रही है।

बढ़ सकती है एफआईआर की संख्या

दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को हुए उग्र भीड़ के पुलिस पर हमले में अबतक 15 एफआईआर दर्ज की हैं जिसमें ईस्ट दिल्ली, द्वारका और पश्चिमी दिल्ली में 3-3 एफआईआर, 2 आउटर नार्थ, एक शाहदरा और एक नार्थ जिले में दर्ज हुई हैं जिनकी संख्या बढ़ सकती हैं। आपको बता दें कि बलवा, सरकारी संपत्ति को नुकसान और हथियार लूटने जैसी धाराएं शामिल हैं जो दिल्ली के 6 जिलों में दर्ज की गई हैं जबकि 153 पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है।

इन थानों में दर्ज हैं मामले

इस हिंसा को लेकर ईस्टर्न रेंज में पुलिस ने 4 मुकदमे दर्ज किए हैं। इसमें एक मामला पांडव नगर थाने में, दो गाजीपुर थाने में और एक सीमापुरी थाने में दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक उपद्रवियों ने 8 DTC बस, 17 पब्लिक व्हिकल, 4 कंटेनर, 300 से ज्यादा लोहे के बेरीकेड्स तोड़े हैं। वहीं 41 किसान यूनियनों का प्रतिनिधित्‍व कर रहे संयुक्‍त किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा में लिप्त हुए प्रदर्शनकारियों से खुद को अलग कर लिया और आरोप लगाया कि परेड में कुछ असामाजित तत्व घुस गए थे। जिन्होंने ये बवाल मचाया। पुलिस असामाजिक तत्वों की भी तलाश कर रही है।


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