AVM Saravanan passes away: तमिल सिनेमा के प्रतिष्ठित निर्माता और एवीएम स्टूडियोज़ के प्रमुख एवीएम सरवनन का आज सुबह निधन हो गया। उनके जाने की खबर से पूरी दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री शोक में डूब गई है। सरवनन का पार्थिव शरीर उनके ही एवीएम स्टूडियोज़ की तीसरी मंज़िल पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहाँ राजनीति और फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियाँ श्रद्धांजलि देने पहुँचीं।
रजनीकांत ने नम आंखों से किया अंतिम दर्शन:
सुपरस्टार रजनीकांत भी सरवनन को अंतिम विदाई देने पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अपने और सरवनन के गहरे रिश्तों को याद किया। रजनीकांत ने भावुक होते हुए कहा “सरवनन सर ने ‘जेंटलमैन’ शब्द को अपने जीवन से परिभाषित किया। वे जितने सफेद कपड़ों में दिखाई देते थे, उतना ही साफ उनका दिल भी था। मेरे कठिन समय में वे सबसे पहले मेरे साथ खड़े हुए। हमने साथ में नौ फिल्में कीं और हर फिल्म सफल रही।” रजनीकांत ने आगे यह भी बताया कि वे 2020 के दशक में एक और फिल्म पर साथ काम करने वाले थे, लेकिन सरवनन के निधन ने वह सपना अधूरा छोड़ दिया।
सूर्या रो पड़े, सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें:
एवीएम स्टूडियोज़ से सामने आई तस्वीरों में अभिनेता सूर्या और उनके पिता शिवकुमार भी सरवनन को श्रद्धांजलि देते दिखाई दिए। एक तस्वीर में सूर्या हाथ जोड़कर सरवनन के पार्थिव शरीर के सामने खड़े हुए रोते नजर आए। उनकी यह भावुक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
तमिल सिनेमा में एवीएम सरवनन का अविस्मरणीय योगदान:
एवीएम स्टूडियोज़ की स्थापना 1945 में ए.वी. मेयप्पन ने की थी। उनके निधन के बाद सरवनन और उनके भाई एम. बालासुब्रमण्यम ने स्टूडियो की कमान संभाली। सरवनन ने तमिल सिनेमा को तकनीकी रूप से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1980 में उन्होंने रजनीकांत को “मुरट्टु कलाई” में मुख्य भूमिका देकर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। 2000 के दशक में बनी “सिवाजी” जैसी फिल्में आज भी तकनीकी गुणवत्ता का उदाहरण मानी जाती हैं। उनके नेतृत्व में एवीएम स्टूडियोज़ ने लगातार बेहतरीन और उच्च स्तर की फिल्में बनाईं, जो आज भी तमिल सिनेमा की पहचान हैं।
फिल्म जगत में शोक की लहर:
एवीएम सरवनन के निधन से तमिल फिल्म इंडस्ट्री में एक युग का अंत हो गया है। रजनीकांत, सूर्या, शिवकुमार सहित कई सितारों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।