रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल अक्षय तृतीया को खुल गए हैं। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट आज 2 मई को सुबह 7:00 बजे खुल गया है। जो आगामी 23 अक्टूबर को बंद होंगे। इसके बाद 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। बाबा केदार की पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम पहुंच गई है। शुक्रवार सुबह विधि विधान से पूजा-अर्चना के बाद धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है।
स्नान से बाद किया शृंगार:
कर्नाटक के वीरशैव लिंगायत समुदाय के मुख्य रावल भीमशंकर सबसे पहले केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद दर्शन करने पहुंचे। इस बीच 6 महीने पहले बाबा पर चढ़ाया गया भीष्म शृंगार हटाया गया। जिसके बाद शिवलिंग को गंगा स्नान कराया गया। दूध, गोमूत्र, शहद के साथ पंचामृत स्नान के बाद बाबा केदार को भस्म लेप, नए फूलों और चंदन का तिलक लगाकर तैयार किया गया।
श्रद्धालुओं के लिए सरल हो यात्रा: CM धामी
इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अपनी पत्नी गीता के साथ बाबा केदार का दर्शन करने पहुंचे हैं। CM धामी ने इस बीच कहा कि आज बहुत अच्छा दिन है। यहां हर बार हमारे प्रधानमंत्री के नाम से पहली पूजा होती है। वह बाबा के अनन्य भक्त हैं। इस बार भी उनके नाम से पूजा की गई है कि बाबा लंबे समय तक उन्हें (प्रधानमंत्री मोदी) देश का नेतृत्व करने की शक्ति दें। CM ने आगे कहा कि इस यात्रा में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए ये यात्रा सरल हो, यही हमारा प्रयास है।
6 महीनों तक कर सकेंगे दर्शन:
ऐतिहासिक मंदिर को 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। इसमें 45 तरह के फूल शामिल हैं। ये फूल 8 राज्य और 3 देशों से मंगवाए गए हैं। शृंगार वडोदरा और कोलकाता के कारीगर ने की है। केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद 6 महीनों तक भक्त दर्शन कर सकेंगे। वहीं इस बार अगर जून से अगस्त के बीच मौसम सही रहा तो केदारनाथ यात्रा के लिए इस बार 25 लाख से भी अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है।
यहां से शुरु हुई डोली यात्रा :
बाबा केदार की मूर्ति को फूलों से सजी डोली में 28 अप्रैल को रुद्रप्रयाग जिले के उखीमठ से रवाना किया गया था। डोली यात्रा की शुरुआत ओंकारेश्वर मंदिर से हुई, यह बाबा केदारनाथ का शीतकालीन पूजा स्थल है। जो लोग केदारनाथ धाम नहीं पहुंच सकते वो शीतकाल के दौरान इसी स्थान पर बाबा केदार के दर्शन कर सकते हैं।
फूलों से हुआ भव्य श्रृंगार:
अधिकेश, गुजरात से आई पुष्षा समितिया बार केदारनाथ को विशेष रूप से सजाया गया है। ऋषिकेश, गुजरात से आई पुष्प समिति द्वारा मंदिर को 108 क्विंटल फूलों से भव्य रूप में सजाया गया है। मंदिर की इस आकर्षक सजावट को देखने के लिए भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों की सुगंध दिव्य आभा और भव्यता प्रदान कर रही है। वहीं कपाट खोलने के इस अवसर पर जिला प्रशासन ने हर प्रकार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर दी है। इसके अलावा यहां पर यातायात, स्वास्थ्य सेवाओं स्वच्छता और सुरक्षा को दुरुस्त किया है, जिससे किसी प्रकार की श्रद्धालुओं कोई असुविधा न हो पाए। बता दें कि इस बीच मंदिर परिसर में मेडिकल स्टाफ, आपदा राहत टीमें और पुलिस बल की टीम को तैनाती किया गया है।