भोपाल : मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के चलते नदी नाले जहां उफान पर है। तो वही दूसरी तरफ प्रदेश में पांच मौसम प्रणालियों के एक्टिव होने के चलते 15 जुलाई तक प्रदेश में भारी और अति बारिश का दौर जारी रहेगा। जिसको लेकर मौसम विभाग ने लोगों को बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। बता दें कि इस मानसूनी सीजन में अब तक करीब 16 इंच बारिश हो चुकी है। पूर्वी हिस्से में सबसे ज्यादा असर है।
इन जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, छतरपुर, दमोह, सागर, कटनी, जबलपुर, रायसेन, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा नर्मदापुरम अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जरी किया है।
भारी बारिश का येलो अलर्ट
जबकि भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, देवास, शाजापुर, विदिशा, सीहोर, हरदा, बैतूल, पांढुर्णा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला बालाघाट में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी है।
वर्तमान में 5 मौसम प्रणालियां एक्टिव
मध्य प्रदेश में वर्तमान में कई मौसम प्रणालियां एक्टिव हैं. पश्चिमोत्तर यूपी की ओर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है. पूर्वोत्तर अरब सागर से पश्चिम बंगाल में बने कम दबाव के क्षेत्र तक भी एक द्रोणिका एक्टिव है, यह द्रोणिका गुजरात, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, दक्षिणी छत्तीसगढ़, ओडिशा से होकर गुजर रही है. वहीं, पश्चिमी असम से लेकर पश्चिम बंगाल में कम दबाव वाले क्षेत्र में भी एक द्रोणिका एक्टिव है, जो ओडिशा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, तेलंगाना से होकर गुजर रही है. यही वजह है कि एमपी समेत आस-पास के प्रदेशों में भी जमकर बारिश हो री है.