जांजगीर चांपा लोकसभा : चुनाव लड़ने के लिए लोग क्या-क्या कर गुजर जाते है। चुनाव लड़ने के लिए जरूरी नॉमिनेशन फॉर्म खरीदने के लिए लोग कर्ज से लेकर अपना घरबार तक बेंच देते है। ऐसा एक अनोखा मामला छत्तीसगढ़ की जांजगीर चांपा से समाने आया हैं। यहां एक ग्रामीण ने अपनी बहू को लोकसभा का चुनाव लड़ाने के लिए अपने पालतू सूअर बेंच डाले। महंत गांव के रहने वाले माया राम नट ने अपनी बहू वियज लक्ष्मी को चुनाव लड़ाने के लिए जरूरी नामांकन फॉर्म खरीदने के लिए अपने पालतू सूअर बेंच दिए और नामांकन फॉर्म खरीदा।
कई चुनाव लड़ चुके मायाराम
मायराम अपनी बहू को असंख्य समाज पार्टी से चुनावी मैदान में उतार रहे है। मायाराम नट समूदाय से आते है। उनकी पीढ़ी बांस के डांग से करतब दिखाती आई है। मायाराम इससे पहले पंचायत चुनाव, जनपद चुनाव और विधानसभा का चुनाव लड़ चुके है। माया राम ने 2001 में पंच का चुनाव भी जीता था। वही मायाराम अपनी बहू को जनपद पंचायत का चुनाव भी जीता चुके है। विजय लक्ष्मी 2023 का विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी है।
क्या कहते है मायाराम?
अपनी बहू को लोकसभा का चुनाव लड़ाने वाले मायाराम नट का कहना है कि वह गरीब है, कच्चे मकान में रहते है। उनके पास कोई संपत्ति नहीं है, लेकिन लोकतंत्र की जंग में उतरने से नहीं चूकते। चाहे उनके सामने कोई प्रत्याशी रहे या न रहे। चुनाव लड़ने के लिए कितना भी पैसा क्यो न लगे, पर वह गांव गांव जाकर करतब दिखाकर लोगों से वोट मांगते है और इनाम भी लेते है। मायाराम का कहना है कि उनका सूअर पालन का काम है। उनके पास छोटे से लेकर बड़े 100 सूअर है। जो बाजार में छोटे सूअर 3 से 5 हजार रूपये में बिकते है। उन्होंने सूअर बेंचकर ही नामांकन फॉर्म खरीदा है। मायाराम का कहना है कि वह चुनाव जीतकर पिछड़े वर्ग के लोगों की मदद करना चाहते है।