राजेश दीक्षित, छिंदवाड़ा : मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के बोरगांव गांव के रहने वाले 22 वर्षीय क्रिकेटर मंगेश यादव ने मिनी ऑक्शन में इतिहास रच दिया। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने मंगेश यादव को 5 करोड़ 20 लाख रुपये में खरीद लिया। इस बड़ी उपलब्धि के बाद छिंदवाड़ा और पांढुरना क्षेत्र में जश्न का माहौल है।
घर में जश्न, गांव में उत्सव
मंगेश की इस कामयाबी की खबर मिलते ही उनके घर दीपावली जैसा माहौल बन गया। गांव के लोग, क्रिकेट प्रेमी और शुभचिंतक उनके घर पहुंचकर आतिशबाजी कर रहे हैं और मिठाइयां बांटकर खुशी जाहिर कर रहे हैं। मंगेश के माता-पिता और छोटी बहन पायल की खुशी देखते ही बन रही है।
पिता बोले, बेटे ने हार नहीं मानी
मंगेश के पिता रामअवध यादव, जो पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं, भावुक होकर कहते हैं कि बेटे ने शुरुआत से ही क्रिकेटर बनने का सपना देखा था। उन्होंने बताया कि मंगेश ने मन में ठान लिया था कि उसे क्रिकेट में ही आगे बढ़ना है। कई बार हालात हमारे खिलाफ थे, आर्थिक परेशानियां भी आईं, लेकिन उसने कभी मेहनत छोड़ने की नहीं सोची। कई बार हम पीछे हटने को मजबूर हो जाते थे, लेकिन वह लगातार अभ्यास करता रहा। मंगेश के पिता ने यह भी कहा कि कठिन समय में मिले सहयोग ने मंगेश को आगे बढ़ने की ताकत दी और आज उसी मेहनत का नतीजा सामने है।
संघर्ष से सफलता का सफर
छोटे से गांव से निकलकर आईपीएल तक पहुंचना मंगेश यादव के लिए आसान नहीं था। सीमित संसाधनों, पारिवारिक जिम्मेदारियों और आर्थिक चुनौतियों के बावजूद उन्होंने अभ्यास और अनुशासन को कभी नहीं छोड़ा। आज उनकी यह सफलता हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है।