भोपाल : सालों पहले गरीबों और मजदूरों के हित में शुरू की गई मनरेगा योजना का नाम हाल ही में मोदी सरकार ने चेंज कर 'VB G RAM G' कर दिया है। योजना के नाम में हुए बदलाव को लेकर जहां एक तरफ मध्य प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। तो वही दूसरी तरफ बीजेपी सरकार द्वारा की जा रही मनमानी को लेकर कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी जी के अपमान को सहन नहीं करेगी। तो वही योजना के नए नाम पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि योजना का नाम बदलना एक प्रक्रिया है।
योजना का नाम बदलना एक प्रक्रिया- हेमंत खंडेलवाल
मनरेगा योजना के नाम बदलने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल बोले कि, महात्मा गांधी का नाम हर नागरिक के दिल में है, योजना को नया स्वरूप बस दिया गया है। गांधी जी के सम्मान में सरकार हमेशा समर्पित रही है। मोदी जी और पूरी सरकार का सम्मान है। योजना का नाम बदलना एक प्रक्रिया है।
महात्मा गांधी के सम्मान में जितना काम कांग्रेस ने नहीं किया उतना काम बीजेपी ने किया है।
सरकार ने योजना के अंदर पैसा डालना भी बंद कर दिया
तो वही मनरेगा का नाम बदलने पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी के अपमान को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी। भारतीय जनता पार्टी और केंद्र की सरकार हमेशा देश के पूज्य महात्मा गांधी का अपमान करती है। एक तरफ मोदी गांधी के चरखे की बात करते हुए दिखावे का चरखा चलाते हैं और दूसरी ओर मनरेगा जैसी योजना, जो गरीबों को रोजगार देती है। उसका नाम बदलने की कोशिश की जा रही है। इतना ही नहीं सरकार ने योजना के अंदर पैसा डालना भी बंद कर दिया है।
नाम बदलने से सरकार क्या संदेश देना चाहती है
उमंग ने आगे कहा कि क्या बीजेपी को बापू से डर लगता है? महात्मा गांधी की बात करने वाले गुजरात के रहने वाले प्रधानमंत्री जी क्यों अपमान कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी जिसने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई। कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी जी के अपमान को सहन नहीं करेगी। नाम बदलने से सरकार क्या संदेश देना चाहती है।
मजदूरों और गरीबों के अधिकारों के साथ खिलवाड़
उमंग सिंघार ने आगे कहा कि भाजपा पहले भी कई योजनाओं के नाम बदल चुकी है। जैसे इंदिरा आवास योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना में बदलना, जनधन योजना, जीवन ज्योति योजना जैसे नामकरण। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को नाम बदलने का इतना ही शौक है तो फिर सभी योजनाओं के नाम बदल दे, लेकिन मजदूरों और गरीबों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ न करे। यही हमारा विरोध है और निश्चित तौर से इस बारे में केंद्र सरकार को संज्ञान लेना चाहिए