Maharashtra: महाराष्ट्र कांग्रेस ने अपने पार्टी के विरोधी टिप्पणियों के कारण आशीष देशमुख को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है. आशीष देशमुख पहले काटोल से विधायक रह चुके हैं।. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी 'मोदी उपनाम' वाली टिप्पणी पर ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ भी आरोप लगाए थे.
आशीष देशमुख ने 2022 में महाराष्ट्र से राज्यसभा भेजे जाने के खिलाफ विरोध करते हुए पार्टी के जनरल सेक्रेटरी पद से इस्तीफा दे दिया था. हाल ही में उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं.
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आशिष देशमुख कौन है:
आशीष देशमुख पहले बीजेपी में थे, लेकिन उन्होंने बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. उनके पिता, रणजीत देशमुख, एक कांग्रेस नेता हैं. साल 2009 में उन्होंने सावनेर विधानसभा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद, 2014 के विधानसभा चुनाव में, आशीष अपने चाचा अनिल देशमुख के खिलाफ मैदान में उतरे और उन्हें काटोल से हरा दिया. आशीष देशमुख के पिता को देवेंद्र फडणवीस के विरोधी के रूप में पहचाना जाता है.
आशीष देशमुख और देवेंद्र फडणवीस के रिश्ते कब खराब हुई:
आशीष देशमुख और देवेंद्र फडणवीस के रिश्ते 2019 में खराब हुए थे. उन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वे कांग्रेस के टिकट पर फडणवीस के खिलाफ चुनाव भी लड़े थे. हाल ही में, आशीष देशमुख अचानक देवेंद्र फडणवीस के आवास पर मिलने पहुंचे हैं, जिससे कयास लगाया जा रहा है कि उनकी कांग्रेस में वापसी हो सकती है. महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों की तैयारी शुरू हो गई है, जिसके चलते आने वाले समय में महाराष्ट्र से कई राजनीतिक घटनाएं संभावित हैं जो चर्चा का विषय बनेंगी.
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