Lila Sahu : जिले में एक गर्भवती महिला लीला साहू एक साल से अपने गांव तक सड़क बनवाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने वीडियो बनाकर नेताओं और प्रशासन से गुहार लगाई। लेकिन, भाजपा सांसद राजेश मिश्रा ने अजीब सलाह दी कि डिलीवरी की तारीख बता दो, अस्पताल में भर्ती करा देंगे। सांसद ने यह भी कहा कि वे सड़क नहीं बनाते हैं। सड़क तो उन्होंने पिछली कांग्रेस सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
लीला की गुहार
बता दें कि पिछली बार भी सीधी से भाजपा की ही रीति पाठक सांसद थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस सड़क के लिए कुछ नहीं किया। वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से सड़क नहीं बन जाएगी। लीला ने एक साल पहले एक वीडियो बनाया था। इस वीडियो में उसने अपने गांव तक सड़क बनवाने की मांग की थी। उसे आश्वासन दिया गया था कि सड़क जल्दी बन जाएगी। लेकिन, समय बीतता गया और सड़क नहीं बनी। इसके बाद लीला फिर से सक्रिय हो गईं। उन्होंने एक और वीडियो बनाया। इस वीडियो में उन्होंने नेताओं और प्रशासन को चेतावनी दी। उन्हें लगा कि सरकार उनकी बात सुनेगी। लेकिन, उन्हें जो जवाब मिला, उसकी शायद ही किसी को उम्मीद थी।
मंत्री राकेश सिंह क्या बोले?
पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि ऐसे कई स्थान हैं जहां लोगों द्वारा सड़क निर्माण की मांग की जा रही है। लेकिन किसी भी विभाग, चाहे वह पीडब्ल्यूडी हो या अन्य, के पास इतना बजट नहीं होता कि किसी की सोशल मीडिया पोस्ट पर हम तुरंत सीमेंट, कंक्रीट या डंपर लेकर सड़क बनाने पहुंच जाएं। उन्होंने कहा, कौन-सी सड़क कौन-सा विभाग बनाएगा, इसकी अपनी तय प्रक्रिया होती है। विभागों की अपनी सीमाएं हैं। अगर, कोई भी सोशल मीडिया पर कुछ भी मांग पोस्ट कर देगा, तो क्या हम हर मांग को तुरंत मांग लेंगे? ऐसा संभव नहीं है।
गांव में 6 महिलाएं गर्भावस्था में
लीला साहू ने कहा कि इस गांव में 6 महिलाएं गर्भावस्था में हैं। अगर उनको एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिली तो कुछ भी हो सकता है। जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन पर होगी। फिलहाल इस गांव में करीब 10 किमी सड़क नहीं है। लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी होती है। आए दिन रोज वाहन फंसे रहते हैं। ऐसे में प्रदेश की अंतिम छोर में बसे इस जिले में अभी तक सरकार की अंत्योदय योजना का लाभ ग्राम वासियों को नहीं मिल पा रहा है।
डिलीवरी की तारीख बता दो, हम पहले ही उठवा लेंगे
वहीं, लीला साहू की मांग पर सांसद राजेश मिश्रा ने कहा कि चिंता की क्या बात है। हमारे पास एंबुलेंस है, अस्पताल है, आशा कार्यकर्ता है, हम व्यवस्था करेंगे। डिलीवरी की एक संभावित तिथि होती है, बताएं तो हम एक हफ्ते पहले उठा लेंगे, अस्पताल में भर्ती करवा देंगे।