भोपाल : मध्यप्रदेश में भर्ती परीक्षाओं में हो रही देरी को लेकर छात्र काफी परेशान है। परीक्षा को लेकर आयोग छात्रों से लाखों करोड़ों रूपए वसूल रही है। लेकिन परीक्षा का आयोजन करने की जगह कभी परीक्षा को रद्द किया जा रहा है। तो कभी पदों की संख्या में कटौती की जाती है। जो की प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ साफ़ धोखा है। ऐसे में पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश के छात्रों के भविष्य के साथ हो रहे खिड़वाल को लेकर आवाज उठाते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है।
77 भर्ती परीक्षाओं में सिर्फ 17 परीक्षाएं हुई आयोजित
मध्य प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं में हो रही देरी को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में युवाओं के साथ सिर्फ धोखा किया जा रहा है। भर्ती परीक्षाओं और नौकरी देने के ढोल पीटे जा रहे हैं लेकिन नौकरी के नाम पर झुनझुना पकड़ाया जा रहा है। प्रदेश में पीएससी ने पिछले वित्त वर्ष में 77 भर्ती परीक्षाओं के विज्ञापन निकाले गए लेकिन सिर्फ 17 परीक्षाएं आयोजित की गईं। इनमें से 12 पिछले सालों के विज्ञापन वाली थीं।
सरकार युवाओं के भविष्य से साथ कर रही खिलवाड़
इसी तरह 45 परीक्षाओं के इंटरव्यू करने का दावा किया गया, वे सब भी पुराने विज्ञापनों पर आधारित थे। असल में सरकार की मंशा सिर्फ इवेंटबाज़ी करके अपनी पीठ थपथपाने की है। फिज़ूलखर्ची में जुटी सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।