भोपाल :मध्य प्रदेश में जहां एक तरफ डेंगू मलेरिया से लोग ग्रषित है । तो वहीं दूसरी तरफ दिमागी बुखार ने एक बार फिर प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। जिसको देखते हुए भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाने के आदेश जारी किए हैं। इसके साथ ही राजधानी के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल संचालकों को बीमारी से बचाव के तहत बच्चों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश भी दिए है।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम ने दिशा निर्देश किये जारी
बता दें कि 1 अप्रैल से स्कूलों में नया शिक्षण सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में दिमागी बीमारी को बढ़ता देख कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने राजधानी के सभी स्कूलों में टीकाकरण को बढ़वा देने के लिए दिशा निर्देश जारी किये है। स्कूलों के साथ ही किताब और यूनिफॉर्म दुकान के संचालकों भी अपने यहां किताबें-यूनिफॉर्म खरीदने आने वाले पेरेंट्स को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं।
1 से 15 वर्ष के बच्चों को लगाया जाएगा टीका
जरगरूगता अभियान को लेकर कलेक्टर सिंह ने बताया कि, 27 फरवरी से भोपाल जिले में जेपीनीज इंस्फेलाईटिस बीमारी से बचाव के लिए 1 से 15 वर्ष के बच्चों को जेई टीके लगाए जा रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के असभ्य सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में जागरूगता अभियान चलाए जा रहे है।
जानें क्या है लक्षण
यह बीमारी गंदे पानी, मच्छर और सूअर के कारण फैलती है. इसके लिए जरूरी है कि साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जाए।
बचाव
इस बीमारी की रोकथाम के उपायों में चूहे, छछूंदर, मच्छरों पर नियंत्रण, व्यक्तिगत तथा पर्यावरणीय स्वच्छता तथा स्वच्छ जल का सेवन प्रमुख है ।