रायपुर। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होने वाली गुप्त नवरात्रि इस वर्ष सर्वार्थ सिद्धि योग और ध्रुव योग जैसे विशेष शुभ संयोगों के साथ मनाई जाएगी। यह पर्व 25 जून से प्रारंभ होगा, जिसमें मां दुर्गा और दस महाविद्याओं की विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी। साधक इन नौ दिनों में विशेष कामनाओं की पूर्ति, सिद्धियों की प्राप्ति और कष्टों से मुक्ति के लिए व्रत एवं साधना करते हैं।
गुप्त नवरात्रि की तिथि और समय:
वैदिक पंचांग के अनुसार, 25 जून को शाम 4 बजे से आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि आरंभ होगी और यह 26 जून दोपहर 1:24 बजे तक https://izzysplaceseniordogrescue.org/ चलेगी। चूंकि सनातन धर्म में उदया तिथि को मान्यता दी जाती है, इसलिए गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 26 जून से मानी जाएगी।
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त:
गुप्त नवरात्रि के प्रथम दिन, यानि 26 जून को घट स्थापना के लिए दो शुभ मुहूर्त बताए गए हैं:
प्रातः 5:25 से 6:58 बजे तक (प्रातःकालीन मुहूर्त)
दोपहर 11:56 से 12:52 बजे तक (अभिजीत मुहूर्त)
इन शुभ समयों में साधक कलश स्थापना कर मां दुर्गा की पूजा प्रारंभ कर सकते हैं।
विशेष संयोग: सर्वार्थ सिद्धि और ध्रुव योग:
इस वर्ष गुप्त नवरात्रि की शुरुआत अत्यंत शुभ संयोगों के साथ हो रही है। ध्रुव योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का दुर्लभ मेल बन रहा है। ऐसी मान्यता है कि इन योगों में की गई पूजा से साधक की हर मनोकामना पूर्ण होती है, जीवन में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।