Harbhajan Singh Bhajji reached Agar Malwa आगर मालवा : अंतरराष्ट्रीय पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह (भज्जी) आज मध्य प्रदेश के अगर मालवा पहुंचे, जहां उन्होंने नलखेड़ा स्थित माँ बगलामुखी माता के दर्शन कर पूजा अर्चना की। इस दौरान हरभजन पूरी तरह से भक्ति भाव में डूबे हुए नजर आये। साथ ही क्रिकेटर ने मंदिर में विशेष हवन अनुष्ठान भी किया। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है।
हरभजन ने किया विशेष हवन और अनुष्ठान
इधर, माता के दर्शन के बाद राज्यसभा सांसद और पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कहा कि वे बहुत भाग्यशाली है जो उन्हें यहां आकर दर्शन और हवन करने का मौका मिला। बता दें कि हरभजन सिंह लंबे समय के बाद मध्य प्रदेश आए है। जानकारी के अनुसार क्रिकेटर काफी देर तक मंदिर में रहे। इसके बाद रवाना हो गए।
यह भी जानें
- तीन मुख वाली मां बगलामुखी का मंदिर मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के नलखेड़ा में लखुंदर नदी के किनारे स्थित है।
- मान्यता है कि बगुलामुखी का यह मंदिर महाभारत के समय का है। मंदिर के पुजारी कैलाश नारायण के मुताबिक कृष्ण की प्रेरणा से पांड़वों ने यहां महाभारत के युद्ध में विजय प्राप्ति के लिए साधना की थी।
- पहले इसे माताजी को देहरा के नाम से जाना जाता था। यहां पूजा में हल्दी और पीले रंग के पूजन सामग्री का विशेष महत्व है।
- यह संभवत: अकेला मंदिर है जहां मां को पूजा में खड़ी हल्दी और हल्दी पाउडर चढ़ाया जाता है।
त्रिशक्ति मां विराजित हैं मंदिर में
- इस मंदिर में त्रिशक्ति मां विराजित है। ऐसी मान्यता है कि मध्य में मां बगलामुखी, दाएं मां लक्ष्मी तथा बाएं मां सरस्वती हैं।
- त्रिशक्ति मां का मंदिर भारतवर्ष में दूसरा कहीं नहीं है। बेलपत्र, चंपा, सफेद, आंकडे, आंवले तथा नीम एवं पीपल (एकसाथ) स्थित हैं।
- द्वापर युग के इस मंदिर में साधु-संत, तांत्रिक अनुष्ठान के लिए आते हैं।
तंत्र साधना के लिए प्रसिद्ध है मां बगलामुखी
- पं. कैलाश नारायण ने बताया मां बगलामुखी मंदिर में तंत्र साधना के लिए विशेष संयोग है।
- मंदिर के चारों तरफ श्मशान व पास में ही नदी के कारण इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
- पश्चिम में ग्राम गुदरावन, पूर्व में कब्रिस्तान और दक्षिण में कच्चा श्मशान है।
- उन्होंने बताया कि बगलामुखी तंत्र की देवी हैं, इसलिए यहां पर तांत्रिक अनुष्ठानों का महत्व अधिक है।
- यह मंदिर इसलिए भी महत्व रखता है, क्योंकि यहां की मूर्ति स्वयंभू और जागृत है।