रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय अपने दिल्ली दौरे से छत्तीसगढ़ लौट आए हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई, जिसमें उन्हें राज्य की बदली हुई तस्वीर और विकास कार्यों की प्रगति साझा करने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान दो प्रमुख विषयों पर चर्चा हुई — बोधघाट परियोजना और नदियों की आपस में जोड़ने (रिवर इंटरलिंकिंग) की योजना। उन्होंने कहा कि बोधघाट परियोजना के माध्यम से लगभग 4 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी। वहीं, रिवर इंटरलिंकिंग योजना से करीब 3 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई का विस्तार होगा।
एंटी नक्सल ऑपरेशन पर सीएम साय ने पीएम मोदी को दी जानकारी:
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्तीसगढ़ में चल रहे एंटी नक्सल ऑपरेशनों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि राज्य के जवान लगातार साहस और मजबूती के साथ नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को "ऑपरेशन सिंदूर" की जानकारी दी और साथ ही दुनिया के सबसे बड़े ओवन ब्रिज — चिनाब ब्रिज के निर्माण के लिए उन्हें बधाई भी दी। इसके अलावा, बैठक में प्रदेश में धान के डिस्पोजल को लेकर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने हर स्तर पर छत्तीसगढ़ के समग्र विकास में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
हमारी सरकार करेगी जनगणना:
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जाति जनगणना के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस लंबे समय से इसकी बात करती रही, लेकिन कभी इसे लागू करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। उन्होंने स्पष्ट कहा, "हमने सिर्फ घोषणा नहीं की है, बल्कि जाति जनगणना निश्चित रूप से की जाएगी।"
डीएपी की कमी अंतरराष्ट्रीय कारणों से, एनपीके को दे रहे बढ़ावा:
खाद की स्थिति पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) की कुछ शॉर्टेज देखने को मिलेगी, जो कि केवल भारत ही नहीं बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय समस्या है। हालांकि, राज्य सरकार किसानों को एनपीके खाद की ओर प्रोत्साहित कर रही है और अन्य उर्वरकों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
कैबिनेट विस्तार पर भी बोले सीएम:
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, "इस पर समय आने पर निर्णय लिया जाएगा।"