विश्व बाघ दिवस पर केंद्र सरकार ने शनिवार को बाघ गणना 2022 के आंकड़े जारी कर दिए। इस रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश बाघों की संख्या में सबसे आगे है। और छत्तीसगढ़ में बाघों की संख्या घट गई है। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में सिर्फ 17 बाघ रह गए है। जबकि 2014 के आकड़ों के अनुसार 46 बाघ थे।
यह रिपोर्ट नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथारिटी (NTCA) के तरफ से दी गई। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बाघों की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए दूसरे राज्यों से भी बाघ मांगे गए हैं।
प्रदेश के वन विभाग ने बाघों की संख्या घटने के बाद अब मिशन मोड पर काम करने की बात कही है। अब प्रदेश में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से बाघ लाया जायेगा। हमनें दूसरे राज्यों से भी बाघ मांगे है।