Women world cup final: भारत की महिला क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप 2025 जीतकर देश को गर्व से भर दिया। लेकिन इस ऐतिहासिक जीत के बाद जो दृश्य सामने आया, उसने हर क्रिकेट फैन का दिल छू लिया। कप्तान हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने सीनियर लीजेंड्स मिताली राज, झूलन गोस्वामी और अंजुम चोपड़ा को समर्पित कर एक मिसाल पेश की।
अश्विन ने की तारीफ “मेंस टीम ने कभी नहीं किया ऐसा सम्मान”:
टीम इंडिया के पूर्व स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इस कदम की दिल खोलकर सराहना की। अपने यूट्यूब चैनल पर उन्होंने कहा “मैं महिला टीम को सलाम करता हूं। उन्होंने जो किया, वो पुरुष टीम अब तक नहीं कर सकी। ये सिर्फ ट्रॉफी नहीं, बल्कि सीनियर्स के प्रति सच्चा सम्मान था।” अश्विन ने आगे कहा कि कई बार खिलाड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुराने खिलाड़ियों का योगदान स्वीकार करते हैं, लेकिन असली सम्मान तब दिखता है जब कोई टीम दिल से अपनी जीत में सीनियर्स को शामिल करे। हरमनप्रीत एंड कंपनी ने वही कर दिखाया।
झूलन गोस्वामी की आंखों में छलके आंसू:
जब ट्रॉफी उनके हाथ में आई तो सीनियर तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी भावुक हो उठीं। उन्होंने कहा “इस टीम ने मुझसे वादा किया था कि अगली बार आप हमारे साथ नहीं होंगी, लेकिन हम यह वर्ल्ड कप आपके लिए जीतेंगे, और उन्होंने वो वादा निभाया।” उनके मुताबिक यह जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट की नहीं थी, बल्कि 20 साल की मेहनत, समर्पण और सपनों की पूर्ति का पल थी।
भारतीय महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत:
नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में मिली यह जीत न सिर्फ 2005 और 2017 की हार का जवाब थी, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के स्वर्ण युग की शुरुआत भी साबित हुई। इस टीम ने दिखा दिया कि सम्मान शब्दों से नहीं, कर्मों से अर्जित होता है। हरमनप्रीत कौर की टीम ने सिर्फ वर्ल्ड कप नहीं जीता, बल्कि पूरे देश का दिल जीत लिया।अश्विन का बयान इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय महिला क्रिकेट अब सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक संवेदनशील और प्रेरणादायी सफर बन चुका है।