भाजपा सदस्यता अभियान : भारतीय जनता पार्टी ने देश में सदस्यता अभियान की शुरूआत की है। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी की सदस्यता लेकर देशभर में एक संदेश दिया और लोगों को पार्टी की सदस्यता लेने की अपील की। देश के राज्यों में सदस्यता अभियान को लेकर कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे है। प्रत्येक राज्य में सदस्य बनाने का अलग अलग टारगेट रखा गया है। कार्यकर्ताओं से लेकर सांसद, मंत्री और विधायकों को सदस्य बनाने का टारगेट सौंपा गया है।
देश के हर पोलिंग बूथ पर अब भाजपा सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन क्या आपको पता है कि जब देश में बीजेपी सत्ता में आई थी उस दौरान बीजेपी के कितने सदस्य थे, और आज वर्तमान में बीजेपी का कुनवा कहां तक बढ़ा है। बीते 10 सालों में बीजेपी में कितने सदस्यों का परिवार बढ़ा है? आइऐ आपको बताते है...
2014 के बाद बढ़ा इतना कुनवा?
देश में जब साल 2014 में बीजेपी ने पीएम पद के लिए नरेन्द्र मोदी को उम्मीदवार बनाया था तब लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने प्रचंड 282 सीटों के साथ जीत दर्ज की थी। जबकि एनडीए यानी बीजेपी के सहयोगी दालों को 336 सीटें मिली थी। बीजेपी को मिली इस प्रचंड़ जीत का यह फायदा हुआ की साल 2015 तक भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों का आंकड़ा 11 करोड़ से अधिक पहुंच गया था। जो एक अपने आप में रिकॉर्ड था। इसके बाद लगातार बीजेपी का कुनवा बढ़ता ही गया। साल 2019 में बीजेपी के सदस्यों का आंकड़ा 18 करोड़ पार कर गया। यानी बीजेपी ने कुल चार सालों में 7 करोड़ नए सदस्य जोड़ लिए। जिसका नतीजा यह हुआ की अगले चुनावों में बीजेपी को 78 फीसदी वोट मिले।
अब इतना लक्ष्य?
साल 2019 में बीजेपी ने 18 करोड़ का कुनवा बनाकर देश की सबसे बड़ी राजनीति पार्टी बनने का रिकॉर्ड कायम किया और अब बीजेपी इससे भी बड़ा आंकड़ा छूने की ओर है। बीजेपी ने इस बार 20 करोड़ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। देश के करीब 10 लाख पोलिंग बूथों पर सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। हर पोलिंग बूथ पर 200 नए सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया है। हालांकि आपको बता दें बीजेपी अपने नए लक्ष्य को भेदने में कामयाब हो सकती है, क्योंकि पार्टी नियम के अनुसार हर भाजपा कार्यकर्ताओं को हर 6 साल में अपनी सदस्यता को रिन्यू कराना होता है। ऐसे में भाजपा के पुराने कार्यकर्ता अपनी सदस्यता रिन्यू कराकर टारगेट को पूरा कर सकते है।