BJP National President : सबसे बड़े सियासी दल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में करीब ढाई साल की देरी हो चुकी है। लेकिन, अब माना जा रहा है कि इस महीने निश्चित तौर पर केंद्र में सत्ताधारी दल को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। क्योंकि, ज्यादातर राज्यों को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल चुका है और नई कार्यकारिणी तय हो चुकी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में इन्हीं की ही भूमिका रहने वाली है।
बड़े बदलाव की ओर पार्टी
दरअसल, केंद्र में पिछले 11 वर्षों से सत्ता पर काबिज भाजपा इस बार बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही है। इसी क्रम पार्टी इस बार किसी महिला को भाजपा की कमान सौंप सकती है। यह भाजपा का वुमन फैक्टर ही है कि हाल में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव के बाद दिल्ली के सीएम पद की कमान महिला को सौंपी गई। इसीलिए आधी अबादी के फैक्टर को ध्यान में रखते हुए इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान पार्टी किसी महिला को सौंप सकती है।
निर्मला सीतारमण की चर्चा सबसे ज्यादा
अध्यक्ष पद के लिए सबसे ज्यादा चर्चा निर्मला सीतारमण की हो रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी महिला वोटर फोकस किया और चुनावों में महिलाओं की समस्याओं और उनके समाधान की भी बात की और पार्टी को चुनावों में इसका लाभ भी मिला। शौचालय को महिलाओं के मान सम्मान से जोड़ा, उज्जवला योजना के तहत 10 करोड़ सिलेंडर दिए। प्रधानमंत्री आवास योजना में महिलाओं को 60 प्रतिशत मालिकाना हक दिया और महिला रिजर्वेशन बिल संसद से पास कराया। ऐसे में पार्टी ने अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद की कमान महिला को सौंप कर एक नया दांव चलना चाहती है।
निर्मला सीतारमण
इस बीच खबर ये भी है कि भाजपा को पहली महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकती है। इसके लिए जो नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में है वो है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का। ऐसा इसलिए क्योंकि निर्मला सीतारमण पीएम नरेंद्र मोदी की भरोसेमंद भी हैं और दक्षिण भारत से आती हैं। काफी पढ़ी-लिखी और कई भाषाओं की जानकार हैं। मौजूदा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पार्टी में काफी मजबूत पकड़ बना चुकी हैं। उनकी हाल ही में भाजपा मुख्यालय में जेपी नड्डा और महासचिव बीएल संतोष के साथ मीटिंग भी हुई थी। उनका दक्षिण भारत का होना, भाजपा के लिए विस्तार का रास्ता खोल देगा।
वानति श्रीनिवासन
वानति तमिलनाडु के कोयंबटूर दक्षिण सीट से विधायक और भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुकी हैं। वानति 1993 से भाजपा के साथ हैं और संगठन में कई अहम पदों पर रही हैं।
डी. पुरंदेश्वरी
पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष रह चुकी हैं और काफी अनुभवी नेता हैं। वे ऑपरेशन सिंदूर अभियान का हिस्सा भी रह चुकी हैं। पार्टी पुरंदेश्वरी पर काफी भरोसा करती है।