भोपाल। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) में एक दिन पहले ही ई-बसें शुरू की गई हैं। कैंपस को क्लीन, ग्रीन रखने की पूरी कोशिश जारी है, लेकिन इस बीच छात्रों की कई समस्याएं मैनिट प्रबंधन के लिए गले की हड्डी बन रही है। संस्थान में बाइक से नो एंट्री को लेकर विद्यार्थी नाराज हैं। इसे लेकर सोमवार सुबह से ही उन्होंने नाराजगी जताई। दोपहर बाद भी वे कैंपस में जुटे रहे। उनकी मांग है कि मैनिट के अंदर बाइक ले जाने की अनुमति मिलना चाहिए। इधर, मैनिट प्रबंधन का कहना है कि करीब 3 महीने पहले कैंपस को क्लीन और ग्रीन कैंपस बनाने की शुरुआत हुई है। कई छात्र साइकिल से आ रहे हैं। इसी रविवार से कैंपस में इलेक्टि्रक बसें भी चलाई गई हैं। इसलिए बाइक पर रोक लगा दी है।
छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
सोमवार को कई विद्यार्थी कैंपस के बाहर निकले और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना है कि ज्यादातर छात्र अन्य शहरों के हैं और यहां किराए पर कमरा लेकर रह रहे हैं। कई बार बसें समय पर नहीं मिल पाती। ऐसे में मैनिट आने में दिक्कतें हो रही हैं। इसलिए उन्हें बाइक लाने की अनुमति दी जाए। दोपहर 3 बजे प्रबंधन उनसे मिलने पहुंचा और उनकी समस्याएं सुनींं।
इन समस्याओं पर भी किया फोकस
इस मामले में एबीवीपी ने ज्ञापन सौंपा है। साथ ही छात्रों की अन्य समस्याओं को भी दूर करने की मांग की है। एबीवीपी का कहना है कि वाहन की एंट्री पर तत्काल रोक लगाना गलत है। क्लीन कैंपस ग्रीन कैंपस की ओर बढ़ना सही है, लेकिन तत्काल वाहन पर प्रतिबंध लगाया जाना गलत है। इससे छात्र-छात्राओं को परेशानी हो रही है। चार बस और कुछ साइकिलों से वे आना-जाना कर रहे हैं। इस दौरान एबीवीपी ने कहा कि मैनिट में स्टूडेंट्स काउंसिल के चुनाव नहीं होने से छात्र-छात्राओं की आवाज का दमन हो रहा है। इसलिए जल्द चुनाव कराए जाए।
भोजन की गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए
मेस में भोजन की गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए और मेस के संचालन में पारदर्शिता हो। नंबर-7 और 12 हॉस्टल में मेस का संचालन पुन: छात्राओं को दिया जाए। लाइब्रेरी, जिम, स्पोट्स, मेडिकल में गुणवत्ता की आवश्यकता है। साथ ही समय की वृद्धि हो, जिससे छात्र पूर्ण रूप से लाभ उठा सके। हॉस्टल में वाटर कूलर में कीड़ों का पाया जाना, पानी की टंकियों की सफाई न होना, दीवारों से प्लास्टर झड़ना, वॉशरूम में सफाई नहीं होना और कमरों की दयनीय स्थिति है। इसलिए हॉस्टल का पुन: निर्माण किया जाना चाहिए।