पूर्व विधायक पेंशन : मध्यप्रदेश में यदि आप एक बार विधायक चुने गए है और आपने विधानसभा जाकर पटल पर शपथ ले ली है तो फिर आपकी जिंदगी भर की सारी व्यवस्थाएं सरकार करेगी। इतना ही नहीं आपके मरने के बाद आपकी पत्नी की व्यवस्था भी सरकार करेगी। आज हम यह बात क्यों कर रहे है आइए आपको बताते है।
दरअसल, मध्यप्रदेश में पेंशन को लेकर क्या कुछ नही हो रहा। बीते दिनों प्रदेश की सरकार ने कई बुजुर्गो की पेंशन बंद कर दी। और इसी बीच प्रदेश के पूर्व विधायक अपनी पेंशन से संतुष्ठ नहीं है। पूर्व विधायकों का कहना है कि महंगाई बढ़ गई है। अब उनकी पेंशन को दुगने से ज्यादा बढ़ाया जाना चाहिए। वर्तमान में मध्यप्रदेश के खजाने से करीब 800 पूर्व विधायक पेंशन ले रहे है। इन विधायकों को करीब 35 हजार रूपये महीना पेंशन दी जाती है। जिसमें 20 हजार रूपये पेंशन और 15 हजार रूपये चिकित्सा भत्ता के रूप में दिया जाता है। इसके अलावा पूर्व विधायकों को पूरे मध्यप्रदेश में घूमने के लिए रेलवे की ओर से पास मिलता है। प्रदेश से बाहर घूमने के लिए एक फिक्स समय सीमा वाला पास मिलता है।
पूर्व विधायक अगर दिल्ली जाए तो इन्हें साल में 30 दिन मध्यप्रदेश भवन में रूकने की सुविधा दी जाती है। राजधानी में विधायक विश्राम गृह में रूम देने की सुविधा दी गई है। यदि पूर्व विधायक किसी टोल से गुजरते है तो इनका टोल नहीं लगता है। इतनी सारी सुविधाएं होने के बाद बाबजूद पूर्व विधायक खुश नहीं है। पूर्व विधायकों का कहना है कि महंगाई बढ़ने से हमारे घर का खर्चा नहीं चल रहा है।
पूर्व विधायक सरकार पर दबाव डाल रहे है कि उनकी पेंशन जो 35 हजार है उसे बढ़ाकर 75 हजार रूपये की जाना चाहिए। मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक ब्रजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने तमाम सारे पूर्व विधायकों के साथ एमपी विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात की। पूर्व विधायकों ने तोमर से उनकी पेंशन को 35 से 75 हजार रूपये किए जाने की मांग की।
अंदर खाने की खबर है कि पूर्व विधायकों की इस मांग से विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर सहमत है। मामले को लेकर एक कमेटी गठित करने का विचार किया जा रहा है। इस कमेटी में दोनों पक्ष भाजपा और कांग्रेस के लोग होंगे। इस कमेटी में विधायकों को भी शामिल किया जा सकता है। कमेटी के सदस्य पूर्व विधायकों की मांग की अनुसंशा करेगी, इसके बाद ये रिपोर्ट सीएम मोहन तक पहुंचाई जाएगी। इसके बाद हो सकता है कि आने वाले बजट में पूर्व विधायको की पेंशन 35 हजार से बढ़ाकर 75 हजार रूपये महीना की जा सकती है।
मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह का कहना है कि पिछली विधानसभा के कार्यकाल में करीब 700 पूर्व विधायकों को पेंशन मिल रही थी। अब करीब 800 के लगभग पूर्व विधायकों को पेंशन मिल रही है। अभी पूर्व विधायकों को 20 हजार पेंशन और 15 हजार रूपये मेडिकल का दिया जा रहा है। एपी सिंह का कहना है कि अगर कोई विधायक एक बार से दूसरी बात जीतता है तो उसकी पेंशन में हर साल 800 रूपये की बढ़ोतरी होती है। पूर्व विधायकी द्वारा की गई पेंशन बढ़ाने की मांग को लेकर उन्होंने कहा है कि पूर्व विधायकों ने पिछली बार की तरह इस बार भी मांग की है। शासन की ओर से ऐसा कोई प्रस्ताव लिखित में नहीं आया है।