डिंडोरी : मध्य प्रदेश के डिंडोरी से मानवता को शर्मशार करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं, जहां 4 साल के बच्चे के शव को गरीब पिता को बाइक पर ले जाना पड़ा। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। जानकारी के अनुसार बच्चे की मौत जिंदा जलने की वजह से हुई थी। जिसके बाद परिजन शव को लेने के लिए अस्पातल पहुंचे, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उन्हें शव वाहन देने से इंकार कर दिया। इस दौरान मजबूरन गरीब पिता को बेटे के शव को बाइक पर ले जाना पड़ा।
पुलिसकर्मी बोले- बन जाए तो बाइक से ले जाओ
जानकारी के अनुसार यह दुखद घटना सोमवार शाम भुरका गांव की है। जहां किसान हीरा उईके के खेत में बनी झोपड़ी में अचनाक आग लग गई, जिसमें उनका 4 साल का दिव्यांग बेटा चंदन राज और दो बैलों की जलकर मौत हो गई थी। जिसके बाद हीरा उईके ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, इस दौरान पिता हीरा उईके बच्चे के शव को लेने के लिए अस्पताल पहुंचा। जहां अस्पताल के स्टाफ ने शव परिजन को सौंप दिया। इस दौरान शव वाहन मांगा तो कहा गया कि ये जिम्मेदारी पुलिस की है। जिसके बाद मासूम का पिता पुलिस के पास पहुंचा। पूछा कि शव कैसे लेकर जाएं? इस पर पुलिसकर्मी बोले- बन जाए तो बाइक से ले जाओ। मजबूर पिता को बाइक से ही बेटे के शव को लेकर जाना पड़ा। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
दिव्यांग बच्चा आया आग की चपेट में
घटना की जानकारी देते हुए मृतक के पिता हीरा उईके ने बताया कि हमारे परिवार में मेरे साथ पत्नी कमला बाई, बड़ा बेटा चंदन राज, डेढ़ साल का बेटा कंचन राज और एक साल की बेटी गयामति के साथ पिता टीकाराम रहते हैं। हम सभी खेती कर अपना गुजरा करते है। जिस दिन ये हादसा हुआ उस दिन घर पर सिर्फ बच्चे थे और सभी लोग बाहर थे। इस दौरान अचानक से झोपड़ी में आग लग गई, जिसकी वजह से मासूम आग की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। तो वही आग की उठती लपटों को देख दोनों बच्चे बाहर निकल गए थे ।