जबलपुर : मध्यप्रदेश कांग्रेस ने आज जबलपुर में अहिल्या देवी की 300वीं जयंती पर ‘जय हिंद सभा’ का आयोजन किया। इस आयोजन में जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता शामिल होने के लिए पहुंचे, तो वही दिग्विजय सिंह ने कार्यक्रम के दौरान पार्टी के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए मंच से किनारा कर लिया। हालांकि इस दौरान पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने दिग्विजय के पैर छूकर उन्हें मनाने का प्रयास किया। लेकिन दिग्विजय ने मंच में जाने से साफ़ इंकार कर दिया। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है।
दिग्विजय ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठ सुना भाषण
जानकारी के अनुसार कार्यकर्म में शामिल होने के लिए पहुंचे सभी नेताओं ने जहां आते ही मंच की तरफ रूख किया, तो वही दिग्विजय ने पूरे समय कार्यकर्ताओं के साथ बैठ भाषण सुना। हालांकि इस दौरान पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया उनके पैर छूकर मंच पर जाने के लिए उन्हें मनाते नज़र आए। लेकिन उन्होंने साफ़ इंकार कर दिया।
ये है मामला
बता दें कि पिछले दिनों ग्वालियर में कांग्रेस द्वारा आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ के दौरान दिग्विजय सिंह ने मंच पर बैठने को लेकर हुई होड़ पर नाराजगी जताई थी। उस कार्यक्रं में मंच पर बैठने को लेकर इतनी अफरातफरी थी कि कई बड़े नेताओं को भी मंच पर कुर्सी नहीं मिली। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने मंच से ही घोषणा कर दी थी कि वे अबसे किसी भी कार्यक्रम में मंच पर नहीं बैठेंगे। उन्होंने अपनी इस घोषणा को बरकरार रखते हुए जय हिंद सभा में मंच से दूरी बनाए रखी और नीचे दर्शक दीर्घा में बैठे नजर आए।
यह दिग्गज रहे कार्यक्रम में मौजूद
कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह के साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, नकुलनाथ, अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, विवेक तंखा, सज्जन सिंह वर्मा, लखन घनघोरिया सहित कई नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
नौजवानों का भविष्य अँधेरे में
इधर, देश की सेना के शौर्य, पराक्रम और वीरता को समर्पित ‘जय हिंद सभा’ के आयोजन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर निशना साधते हुए कहा कि आज मध्यप्रदेश की तस्वीर सबके सामने है। एमपी देशभर में भ्रष्टाचार, महिला अत्याचार की राजधानी बन गया है। आज सबसे बड़ी चुनौती नौजवानों का भविष्य है। अगर इनका भविष्य अंधेरे में रहा तो क्या होगा आगे।