भोपाल : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और सिंधिया के बीच जुबानी जंग और तेज हो गई है। बीते दिनों ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा था कि पहले दिग्विजय सिंह मेरे पिता को निशाना बनाते थे और अब मेरे साथ भी ऐसा ही कर रहे हैं। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी अभी बच्चे हैं। 1979 में और अर्जुन सिंह माधवराव सिंधिया को कांग्रेस में लाए थे। जहां उन्हें सम्मान मिला।
माधवराव सिंधिया से थे मेरे अच्छे संबंध
इसके साथ ही दिग्विजय ने आगे कहा कि ‘‘मेरा उनसे (माधवराव) कभी कोई विवाद नहीं रहा, क्योंकि मैं ही उन्हें कांग्रेस में लेकर आया था. ज्योतिरादित्य सिंधिया तो बच्चे हैं। दिवंगत माधवराव सिंधिया को कांग्रेस में पूरा सम्मान मिला, जिसके कारण वह केंद्रीय मंत्री और पार्टी महासचिव भी बने।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, बीते महीने दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मध्यप्रदेश परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार की जांच हाई कोर्ट के न्यायाधीश से कराने की मांग की थी। ये मामला मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा पर लोकायुक्त के छापे के बाद सामने आया था। दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि कांग्रेस के तत्कालीन सीएम कमलनाथ पर सिंधिया के करीबी माने जाने वाले एक नेता को परिवहन मंत्री नियुक्त करने का दबाव था। दिग्विजय के इस बयान के बाद से दिग्विजय सिंह और सिंधिया के बीच जुबानी जंग और तेज हो गई है।
मैंने कभी उन पर निशाना नहीं साधा - सिंधिया
हालांकि सिंधिया ने इस पूरे मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "दिग्विजय सिंह जो कर रहे हैं, वह कोई नई बात नहीं है। मैंने कभी उन पर निशाना नहीं साधा। आज भी जब भी उनसे मिलता हूं, उनका अभिवादन करता हूं। कोई भी अपनी विचारधारा के अनुसार अपनी सीमाएं तय कर सकता है। मेरी विचारधारा लोगों की सेवा करना है और यही मेरा लक्ष्य है।"