Alien Weapon Lake Biel Switzerland: स्विट्जरलैंड में बर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 3000 साल पुराने हथियार के बारे में चौंकाने वाली जानकारी खोजी है। शोध से पता चला है कि "एलियन वेपन" के नाम से जाना जाने वाला यह हथियार एक उल्कापिंड से बनाया गया था। यह वस्तु एक झील में मिली थी। उन्नीसवीं सदी में स्विट्जरलैंड के लेक बील में तीर की नोक जैसा एक हथियार खोजा गया था। यह हथियार, जो लगभग 3,000 वर्ष पुराना माना जाता है, "एलियन हथियार" के रूप में जाना जाता है। दावे के मुताबिक, इसे बनाने में जिस धातु का इस्तेमाल किया गया है, वह "पृथ्वी पर नहीं पाई जाती।" हथियार की जांच करने के बाद, बॉन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पाया कि इसका निर्माण एक उल्कापिंड से किया गया था। यह हथियार 1.5 इंच लंबा और 0.102 औंस वजन का है।
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, हथियार की खोज स्विस कांस्य युग के पुरातात्विक स्थल मोरीगेन में की गई थी। विशेषज्ञों द्वारा किए गए अध्ययनों के अनुसार, यह हथियार एल्यूमीनियम-26 से बना है, जो रासायनिक तत्व एल्यूमीनियम का एक रेडियो एक्टिव आइसोटोप है। हमने प्रारंभिक सौर मंडल में इस धातु की बहुत सारी खोज की। एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि सूर्य जैसे तारे अपने जन्म के तुरंत बाद इस आइसोटोप का निर्माण कर सकते हैं, जो पहले के सिद्धांतों के विपरीत है कि इसका पता केवल सुपरनोवा या बड़े सितारों के आसपास ही लगाया जा सकता है।
कामासाइट और टियानाइट अंतरिक्ष से आये
यह अज्ञात पदार्थ पृथ्वी पर किसी भी तरह से प्राकृतिक रूप में मौजूद नहीं है। क्योंकि यह एक तीर से जुड़ा हुआ था इसलिए वैज्ञानिक इसे समझने में असमर्थ थे। शोधकर्ताओं ने सामग्री की उत्पत्ति का पता लगाने के बाद पाया कि उस समय यूरोप में इस विशेष प्रकार की धातु वाले केवल तीन उल्कापिंड गिरे थे। शोधकर्ताओं के मुताबिक, एस्टोनिया में गिरा उल्कापिंड स्विट्जरलैंड से दूर होने के बावजूद अभी भी उसी स्थिति में हो सकता है।
यह अज्ञात पदार्थ पृथ्वी पर किसी भी तरह से प्राकृतिक रूप से मौजूद नहीं है। क्योंकि यह एक तीर से बंधा हुआ था इसलिए वैज्ञानिक इसे समझने में असमर्थ थे। शोधकर्ताओं ने सामग्री की उत्पत्ति का पता लगाने के बाद पाया कि उस समय यूरोप में इस विशेष प्रकार की धातु वाले केवल तीन उल्कापिंड गिरे थे। शोधकर्ताओं के मुताबिक, एस्टोनिया में गिरा उल्कापिंड स्विट्जरलैंड से दूर होने के बावजूद अभी भी उसी स्थिति में हो सकता है।
Read More: आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़, लगभग 3 आतंकियों को घेरा, तीन जवान घायल