नवी मुंबई: भारत ने महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। टीम ने गुरुवार को 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराया। भारतीय टीम ने डीवी पाटिल स्टेडियम में 339 रन का टारगेट 48.3 ओवर में 5 विकेट पर चेज कर लिया। इसी के साथ भारत ने तीसरी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई। 2 नवंबर को उसका सामना साउथ अफ्रीका से हराया। भारतीय टीम ने डीवी पाटिल स्टेडियम में 339 रन का टारगेट 48.3 ओवर में 5 विकेट पर चेज कर लिया। इसी के साथ भारत ने तीसरी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई। 2 नवंबर को उसका सामना साउथ अफ्रीका से होगा। जेमिमा रॉड्रिग्ज 127 और अमनजोत कौर 15 रन बनाकर नाबाद लौटीं। भारतीय टीम ने 59 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। यहां से जेमिमा रॉड्रिग्ज ने मोर्चा संभाला और टीम को जीत दिलाई। वे 134 बॉल पर 127 रन बनाकर नाबाद लौटीं। जेमिमा ने 14 चौके लगाए।
इतिहास रच ऑस्ट्रेलिया से लिया हार का बदला:
भारत टीम जब महिला वर्ल्ड कप के लीग मैच में ऑस्ट्रेलिया से हारी थी, तब हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 331 रनों का लक्ष्य दिया था। महिला क्रिकेट के इतिहास में यह लक्ष्य अब से पहले कभी चेज नहीं हुआ था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने यह करके दिखाया। अब भारत ने 339 यानी उससे भी बड़ा लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेज कर दिया है और वो भी सेमीफाइनल के मंच पर है।
मुख्यमंत्री साय ने दी बधाई:
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि जब हर गेंद पर उम्मीदें डगमगा रही थीं, तब भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने अदम्य साहस, संयम और जुनून से पूरे खेल का रुख ही बदल दिया। महिला क्रिकेट विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर वह कर दिखाया जिसकी प्रतीक्षा पूरे देश को थी। टीम इंडिया की यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए, बल्कि देश की हर बेटी के आत्मविश्वास, संघर्ष और प्रतिबद्धता के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।
विश्वास, साहस और एक चमत्कार की कहानी:
जेमिमाह महिला विश्व कप सेमीफाइनल में शतक लगाने वाली दूसरी भारतीय बल्लेबाज बन गई। इससे पहले 2017 में हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 171 रन बनाए थे। मैच के बाद उन्होंने कहा, “मैं लगभग हर दिन रोती थी, मानसिक रूप से संघर्ष कर रही थी। सेमी-फाइनल में मैंने बस बाइबिल के एक पद दोहराती रही-‘बस खड़ी रहो और भगवान तुम्हारे लिए लड़ेंगे।’ मैं बस खड़ी रही...और उन्होंने मेरे लिए लड़ाई लड़ी।”जेमिमाह की यह पारी केवल एक क्रिकेट इनिंग नहीं, बल्कि विश्वास, साहस और एक चमत्कार की कहानी बन गई।
भारतीय डगआउट में जश्न का माहौल:
यह क्रिकेट की एक ऐसी ऐतिहासिक जीत थी जिसमें विश्वास के साथ आस्था भी जुड़ी थी। फिर यह कहानी जोश, जश्न और छलकते आंसुओं की कहानी बन गई। मैदान पर जब आखिरी रन बना, तो भारतीय डगआउट में जश्न फूट पड़ा। हरमनप्रीत ने जेमिमा को गले लगाया। दीप्ति शर्मा खुशी के आंसू पोंछ रही थीं और स्टेडियम “इंडिया-इंडिया” के नारों से गूंज उठा।
शतक जड़ने वाली दूसरी भारतीय बनी जेमिमाह:
ऑस्ट्रेलिया के आठ साल के दबदबे को भारत ने खत्म कर दिया है। महिला वनडे विश्व कप सेमीफाइनल में जेमिमाह शतक जड़ने वाली दूसरी भारतीय बन गईं। कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ उन्होंने अपनी यह उपलब्धि साझा की है, इससे पहले जिन्होंने 2017 सेमीफाइनल में इसी प्रतिद्वंद्वी (ऑस्ट्रेलिया) के खिलाफ नाबाद 171 रन बनाए थे। उस मैच में भारत ने 42 ओवर में 281/4 बनाकर जीत हासिल की थी, जबकि 245 रन पर ऑस्ट्रेलिया सिमट गई थी।