दुर्ग : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश में बढ़ते सुरक्षा तनाव के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पूरे देश के 244 शहरों में युद्धकालीन हालात से निपटने की तैयारी को परखने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। इस सूची में छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला भी शामिल है, जिसे संवेदनशील जोन घोषित किया गया है।
दुर्ग में हाई अलर्ट, मॉक ड्रिल आज शाम 4 बजे:
दुर्ग कलेक्टर अभिजीत सिंह की अध्यक्षता में सुरक्षा और आपदा प्रबंधन से जुड़ी एक अहम बैठक हुई, जिसमें पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीआईएसएफ, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग और अन्य प्रमुख एजेंसियों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में निर्णय लिया गया कि बुधवार शाम 4 बजे दुर्ग जिले में सिविल डिफेंस वॉर मॉक ड्रिल की जाएगी।
भिलाई स्टील प्लांट और शहर के अन्य इलाके टारगेट:
कलेक्टर ने बताया कि भिलाई स्टील प्लांट एक "वैनेरेबल लोकेशन" (अत्यंत संवेदनशील स्थल) है, इसलिए इसे मॉक ड्रिल का प्रमुख केंद्र बनाया गया है। यहां वॉर सायरन बजाया जाएगा। इसके अलावा पुलगांव, इंदिरा मार्केट, भिलाई टाउनशिप सेक्टर-6, मॉल और पावर हाउस क्षेत्रों में भी सायरन अलर्ट जारी किए जाएंगे।
क्या करना होगा सायरन बजने पर?:
जनता को जागरूक करने के लिए एक विशेष वीडियो तैयार किया गया है, जिसमें बताया गया है कि सायरन बजने पर लोगों को क्या करना चाहिए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा किया जाएगा। नागरिकों से अपील की गई है कि वे वीडियो में दिए गए निर्देशों का पालन करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
स्वास्थ्य और आपात सेवाएं पूरी तरह तैयार:
स्वास्थ्य विभाग ने आपात स्थिति के लिए 1000 बेड आरक्षित किए हैं, जिनमें 800 बेड ऑक्सीजन युक्त हैं। जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और मेडिकल कॉलेज को एकीकृत किया गया है। घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मिले, इसके लिए होमगार्ड और रेस्क्यू टीमें तैनात कर दी गई हैं। साथ ही एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और पुलिस बलों के लिए कॉमन कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है।
क्या होगा मॉक ड्रिल में?:
एसडीआरएफ कमांडेंट नागेन्द्र सिंह के अनुसार, मॉक ड्रिल के दौरान:
सायरन और चेतावनी संदेश प्रसारित किए जाएंगे
इंडियन एयर फोर्स से रेडियो और हॉटलाइन के जरिए संपर्क साधा जाएगा
कंट्रोल रूम और शैडो कंट्रोल रूम एक्टिव रहेंगे
स्कूलों और आम जनता को सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा
ब्लैकआउट की स्थिति में शहर को अंधकार में रखने की भी तैयारी है
फायर ब्रिगेड, वार्डन, रेस्क्यू टीमें एक्टिव रहेंगी