Trump's address to the nation: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने बयानों से सुर्खियां बटोरी हैं। देश को संबोधित करते हुए ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने महज 10 महीनों में आठ युद्ध रुकवाए, और इसके पीछे उनकी टैरिफ नीति की अहम भूमिका रही। ट्रंप ने कहा कि “टैरिफ” अंग्रेज़ी भाषा में उनका पसंदीदा शब्द है और इसी नीति ने अमेरिका की ताकत को दोबारा स्थापित किया है।
टैरिफ को बताया सबसे बड़ा हथियार:
अपने संबोधन में ट्रंप ने ज़ोर देकर कहा कि कनाडा, मैक्सिको, ब्राज़ील और भारत समेत कई देशों पर लगाए गए टैरिफ से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को जबरदस्त फायदा हुआ है। उन्होंने कहा “हमने टैरिफ की वजह से उम्मीद से कहीं ज़्यादा पैसा कमाया है। इसने हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है।” ट्रंप ने इस दौरान GOP द्वारा पास किए गए बड़े टैक्स कटौती बिल का भी ज़िक्र किया और उसे अपनी आर्थिक सफलता से जोड़ा।
‘ईरान से गाजा तक शांति’ का दावा:
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बड़े दावे किए। उन्होंने कहा कि ईरान के परमाणु खतरे को खत्म किया गया गाजा में युद्ध समाप्त कर 3,000 सालों में पहली बार शांति लाई गई बंधकों को जीवित और मृत दोनों हालात में घर वापस लाने में सफलता मिली इन दावों के ज़रिए ट्रंप ने खुद को वैश्विक स्तर पर एक मज़बूत और निर्णायक नेता के तौर पर पेश किया।
बाइडेन पर जमकर हमला:
ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और डेमोक्रेट सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बाइडेन जब पद छोड़कर गए, तब देश को “गड़बड़ी” में छोड़ गए थे। इमिग्रेशन, महंगाई और सांस्कृतिक मुद्दों को लेकर ट्रंप ने कहा कि मौजूदा समस्याओं की जड़ पिछली सरकार की नाकामी है। “जब मैंने पद संभाला, तो मुझे एक बिखरा हुआ सिस्टम मिला, जिसे मैं अब ठीक कर रहा हूं।”
गिरती रेटिंग और महंगाई पर चुप्पी:
जहां एक ओर ट्रंप अपनी नीतियों की तारीफ करते दिखे, वहीं उन्होंने अमेरिका में बढ़ती महंगाई और गिरती लोकप्रियता पर सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा। रॉयटर्स/इप्सोस के हालिया सर्वे के मुताबिक, सिर्फ 33 फीसदी अमेरिकी युवा ही ट्रंप के आर्थिक प्रबंधन से संतुष्ट हैं। इसके बावजूद ट्रंप ने अपनी स्पीच में हालात के लिए खुद को ज़िम्मेदार ठहराने से बचते हुए पूरा दोष बाइडेन और डेमोक्रेट्स पर डाल दिया।
2026 का एजेंडा भी किया पेश:
अपने संबोधन के दौरान ट्रंप ने अपने प्रशासन का 2026 का एजेंडा भी सामने रखा, जिसमें मजबूत अर्थव्यवस्था, सख्त व्यापार नीति और ‘अमेरिका फर्स्ट’ विज़न को आगे बढ़ाने की बात कही गई। डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान एक बार फिर दिखाता है कि वह टैरिफ और विदेश नीति को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश कर रहे हैं। हालांकि, ज़मीनी हकी कत, महंगाई और जनमत सर्वे उनके दावों पर सवाल भी खड़े कर रहे हैं।