बैतूल। जिले से सागौन तस्करी का एक केस सामने आया है, जिसके कारण बैतूल रेंजर और डिप्टी रेंजर का कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। जिस गाड़ी को उत्तर वन मंडल ने बिना जांच किए छोड़ दिया था। उसी गाड़ी में दक्षिण वन मंडल को सागौन के दो दीवान मिले हैं। इसके बाद आला अधकारियों द्वारा जब उत्तर के अधिकारियों को फटकार लगाई गई तो अब इनके द्वारा कार्रवाई की जा रही है, जांच शुरू की जा चुकी है।
लगाई फटकार
दरअसल मुखबिर से मिली सूचना पर वन विभाग दावारा कार्रवाई की गई है। जिसमें एक भूसे का ट्रैक्टर बरामद किया गया है। इस में भूसे के अंदर सागौन के दो दीवानों की तस्करी की जा रही थी। वन विभाग ने ये ट्रैक्टर रात्रि 3 बजे सोनाघाटी में पकड़ा है। बताया जा रहा है कि उत्तर वन मंडल ने सुबह 12 बजे बिना जांच किए ही इस ट्रैक्टर को जाने दिया था। वहीं फिर रात्रि 3 बजे दक्षिण के वन अधिकारियों ने इसे पकड़ लिया है। पकड़ी गई गाड़ी को रेंज ऑफिस उत्तर वन मंडल मे खड़ा करा दिया गया है। इस कार्रवाई के कारण बैतूल रेंजर और डिप्टी रेंजर की कार्यप्रणाली पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं। हालांकि आला अधिकारियों की फटकार के बाद जिन्होंने इस गाड़ी को छोड़ दिया था, वहीं इसपर कार्रवाई करने में लगे हुए हैं। जांच की जा रही है, कि ये कहां से लाकर कहां खपाया जाना था।