रायपुर– रायपुर के युवा कलाकारों ने अपनी रचनात्मकता और मेहनत से एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। ‘एंटैंगल्ड स्टूडियो’ के बैनर तले काम करने वाली टीम ने वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) 2025 में भारत के लिए ऐनिमी एनीमेशन श्रेणी में गोल्ड मेडल और वेबटून श्रेणी में सिल्वर मेडल जीतकर दुनिया भर में भारत का नाम रोशन किया है।
WAVES 2025 कार्यक्रम में इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी ने शिरकत की और सरकार की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि यह वेव जल्द ही क्रिएटिविटी की एक सुनामी में बदल जाएगी। मुझे इस बात की भी खुशी है कि हम युवा प्रतिभाओं को अवॉर्ड्स के जरिए सम्मानित कर रहे हैं।" गौरतलब है कि इंडिया टुडे ग्रुप इस इवेंट का आधिकारिक एआई पार्टनर था।
यह अंतरराष्ट्रीय समिट पहली बार भारत में आयोजित की गई थी, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में किया। समिट में 90 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों और 10,000 से अधिक प्रतिभागियों की मौजूदगी में रायपुर के इन युवाओं ने अपनी अनूठी कला का प्रदर्शन किया और सफलता की नई ऊँचाइयों को छुआ।
टीम में शामिल सितारे:
गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम में शुभ्रांशु सिंह, शेफाली सिंह, निहाल डुंगडुंग और प्रथम विरानी शामिल हैं। इन सभी की उम्र 22 से 25 वर्ष के बीच है और ये युवा अलग-अलग शैक्षिक पृष्ठभूमियों से आते हैं, जैसे इंजीनियरिंग और फैशन डिजाइन। वे ऐनिमी एनीमेशन की रंगीन, भावनात्मक गहराई और जीवंतता वाली दुनिया में अपना नाम बनाना चाहते थे।
वेबटून में भी छत्तीसगढ़ के सितारे;
वेबटून श्रेणी में सिल्वर मेडल छत्तीसगढ़ के ही एक और युवा विशाल मरावी ने जीता। वे भी ‘एंटैंगल्ड स्टूडियो’ से जुड़े हैं, और उनकी रचनात्मक जीत ने स्टूडियो को दोहरी सफलता दिलाई है।
सपनों की उड़ान नागपुर से शुरू हुई:
शुभ्रांशु सिंह ने बताया कि इस रचनात्मक यात्रा की शुरुआत अक्टूबर 2024 में नागपुर में आयोजित रीजनल प्रतियोगिता से हुई थी। वहां जीत हासिल करने के बाद, टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर 11 शहरों की विजेता टीमों के साथ मुकाबला किया और फाइनल के लिए चुनी गई। WAVES 2025 के मंच पर 20 से अधिक देशों की टीमों को हराकर इन युवाओं ने भारत को स्वर्ण दिलाया।
नज़रे अब टोक्यो पर:
गोल्ड मेडल के साथ टीम को 2026 में टोक्यो, जापान में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय ऐनिमी इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त हुआ है। टीम इस अवसर को लेकर बेहद उत्साहित है और इसे भारत की ऐनिमी प्रतिभा को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने का एक सुनहरा मौका मानती है।
युवा सपनों का भविष्य है ऐनिमी:
टीम लीडर शुभ्रांशु सिंह का कहना है कि भारत में ऐनिमी एनीमेशन का भविष्य बेहद उज्ज्वल है और यह युवा वर्ग के लिए एक रचनात्मक और करियर विकल्प बन सकता है। रायपुर के इन रचनात्मक सितारों ने यह साबित कर दिया है कि तकनीक, कल्पनाशीलता और मेहनत का संगम हो, तो छत्तीसगढ़ जैसे राज्य से भी विश्व मंच पर छा जाना मुमकिन है।