पराग्वे के एक सरकारी अधिकारी ने भगोड़े भारतीय गुरु नित्यानंद के काल्पनिक देश कैलासा के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इस खुलासे के बाद अधिकारी को इस्तीफा देना पड़ा।
पराग्वे के कृषि मंत्रालय के स्टाफ प्रमुख अर्नाल्डो चमोरो ने नित्यानंद के प्रतिनिधियों के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत, पराग्वे कैलासा को एक संप्रभु और स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देगा और उसके साथ राजनयिक संबंध स्थापित करेगा।
हालांकि, इस समझौते का खुलासा होने के बाद पराग्वे में भारी विवाद हुआ। लोगों ने आरोप लगाया कि चमोरो ने नित्यानंद के प्रतिनिधियों के झांसे में आकर यह समझौता किया है। इसके बाद चमोरो को इस्तीफा देना पड़ा।
कैलासा एक काल्पनिक देश है जिसकी स्थापना स्वयंभू गुरु नित्यानंद ने की है। नित्यानंद भारत में यौन उत्पीड़न सहित कई आरोपों में फरार हैं। कैलासा के प्रतिनिधियों ने हाल ही में कई देशों में जाकर उनके साथ समझौते किए हैं।
पराग्वे में हुई इस घटना से यह साफ हो गया है कि नित्यानंद के प्रतिनिधि दुनिया भर में अपनी फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर रहे हैं और लोगों को धोखा दे रहे हैं।