गर्मी के मौसम में हम अपने बॉडी को हाइड्रेट रखने की अक्सर पानी बॉटल अपने साथ लेकर चलते है। लेकिन इन सब के बीच दिक्कत तब शुरू होती है जब हम प्लास्टिक बोतल से पानी पीते हैं। और तो और उसे कार में ही छोड़कर चले जाते हैं। वहीं डॉक्टरों के मुताबिक ये आदतें हमारी सेहत पर काफी बुरा प्रभाव डालती है। दरअसल तेज़ धूप के चलते बंद कार में तापमान काफी बढ़ जाता है और इसी दौरान खतरनाक रसायन प्लास्टिक से पानी में घुल सकते हैं।
गंभीर बीमारियों का खतरा:
हेल्थ एक्सपर्ट्स और डॉक्टरों के मुताबिक, कार में प्लास्टिक बोतल छोड़ना आम आदत है लेकिन यह शरीर में हार्मोनल असंतुलन और लंबे समय में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। प्लास्टिक गर्म होने पर BPA और एंटीमनी जैसे खतरनाक केमिकल्स पानी में छोड़ता है।ज्यादातर बोतलों में पॉलीएथिलीन टेरेफ्थेलेट (PET) होता है, जो गर्मी के संपर्क में आने पर बीपीए और एंटीमनी छोड़ता है। ये केमिकल्स शरीर में हार्मोन फंक्शन, मेटाबॉलिज़्म और इंसुलिन रेसिस्टेंस को प्रभावित कर सकते हैं।बीपीए एक एंडोक्राइन डिसरप्टर है, जो हार्मोन के काम में रुकावट डाल सकता है।
बढ़ सकती है ये समस्याएं :
वहीं एंटीमनी लंबे समय तक संपर्क में रहने पर ऑर्गन टॉक्सिसिटी और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स का कारण बन सकता है। साथ ही प्लास्टिक से गर्मी में माइक्रोप्लास्टिक्स रिलीज होने की संभावना होती है, जो ह्यूमन बॉडी के अंदर जाकर अंगों में जम जाती है। जिसके चलते सूजन सहित कई अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।