बीजापुर। छत्तीसगढ़-तेलंगाना की सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान सोमवार को सुरक्षा बलों को एक बार फिर नक्सली हिंसा का सामना करना पड़ा। नक्सलियों द्वारा पहाड़ी इलाके में बिछाए गए IED विस्फोटक की चपेट में आने से छत्तीसगढ़ STF (स्पेशल टास्क फोर्स) के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा क्षेत्र की बताई जा रही है, जहां जवानों की टीम तलाशी अभियान पर थी। ऑपरेशन के दौरान जैसे ही जवान उस इलाके से गुजर रहे थे, जमीन में छिपाकर रखा गया IED विस्फोट कर गया। हादसे में जवान थानसिंह और अमित पांडे के हाथ-पैरों में गंभीर चोटें आई हैं।
चॉपर से कराया गया बीजापुर रेफर:
घटना के तुरंत बाद घायल जवानों को नजदीकी कैंप में लाया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें हेलीकॉप्टर के ज़रिए बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल दोनों जवानों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है और उनका इलाज जारी है।
नक्सल ऑपरेशन में बढ़ी सतर्कता:
इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन और तेज कर दिया है। IED ब्लास्ट की जगह को पूरी तरह घेर लिया गया है, ताकि और विस्फोटकों की मौजूदगी की जांच की जा सके। ऑपरेशन में BSF, DRG और STF की टीमें संयुक्त रूप से लगी हुई हैं।
नक्सली हिंसा की पुनरावृत्ति, सवालों के घेरे में सुरक्षा:
घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में गश्त और सर्चिंग के दौरान सुरक्षा मानकों को और कैसे पुख्ता किया जा सकता है। लगातार हो रहे IED हमले सुरक्षाबलों के सामने बड़ी चुनौती बने हुए हैं।